बारिश थमने के बाद से डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। सरकारी अस्पतालों ही नहीं निजी चिकित्सकों के पास भी डेंगू के मरीज बड़ी संख्या में आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सितंबर से नवंबर तक डेंगू के मरीज ज्यादा पाए जाते हैं। इसके पीछे बड़ी वजह यह है कि सितंबर में बरसात का सीजन (rainy season) पूरा होता है। इसके बाद बीच-बीच में हल्की बरसात (rain) होती रहती है। लापरवाही के कारण घरों की छत पर और आस-पास टायर, प्लास्टिक या किसी अन्य डिब्बे में बारिश का पानी जमा होता रहता है। यही साफ पानी (water) ज्यादातर मामले में डेंगू के मच्छर पनपने की मुख्य वजह बनता है। बारिश के बाद नवंबर-दिसंबर तक डेंगू का असर ज्यादा दिखता है।
इसके अलावा घनी आबादी वाले इलाकों में ड्रेनेज समेत पानी निस्तारण की समस्या भी प्रमुख वजह है। यह मादा एडिस इजिप्ती मच्छर के काटने से होता है। स्वास्थ्य अधिकारी (health officer) के अनुसार बारिश के बाद के महीनों में बासी और ठंडा भोजन लेने से भी बचने चाहिए। साथ ही खाने में हल्दी (turmeric), अजवाइन (celery), अदरक (Ginger), हींग (Asafoetida) और पत्तेदार सब्जियों समेत अन्य मौसमी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। चिकित्सक इस दौरान पानी भी उबालकर पीने की सलाह देते हैं।
यह हैं प्रमुख लक्षण ठंड लगने बाद तेज बुखार, सिर और मांसपेशियों, जोडों में दर्द, ज्यादा कमजोरी महसूस होना, भूख न लगना, गले में हल्का दर्द होना। चेहरे, गर्दन या छाती पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज होना। शरीर में ऐसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।