दानह,दमण-दीव विलय का किया विरोध
सिलवासा. आदिवासी एकता परिषद के नेता और दानह कांग्रेस कमेटी सदस्य प्रभुभाई टोकिया ने कहा कि दादरा नगर हवेली तथा दमण-दीव को एक संघ प्रदेश नहीं बनने दिया जाएगा। इसे विरोध में आदिवासी एकता परिषद आंदोलन पर उतर सकता है। दानह और दमण-दीव पुर्तगीज समय से स्वतंत्र प्रदेश हैं, जिसका विलय नहीं किया जा सकता है। दादरा नगर हवेली आदिवासी बाहुल्य प्रदेश है, यहां की जनता पर यह अन्याय सहन नहीं है।
पिछले एक सप्ताह से दानह,दमण-दीव को एक संघ प्रदेश बनाए जाने की चर्चा चल रही है। दोनों संघ प्रदेश एक होने से सरकारी कर्मचारियों का तबादला एक दूसरे यूटी में संभव हो सकेगा। दोनों प्रदेशों को भारत सरकार से मिलने वाला फंड एक मिलेगा। इससे दानह को नुकसान हो सकता है। इसे गंभीरता से लेकर आदिवासी एकता परिषद ने विरोध करना शुरू कर दिया है।
सिलवासा. आदिवासी एकता परिषद के नेता और दानह कांग्रेस कमेटी सदस्य प्रभुभाई टोकिया ने कहा कि दादरा नगर हवेली तथा दमण-दीव को एक संघ प्रदेश नहीं बनने दिया जाएगा। इसे विरोध में आदिवासी एकता परिषद आंदोलन पर उतर सकता है। दानह और दमण-दीव पुर्तगीज समय से स्वतंत्र प्रदेश हैं, जिसका विलय नहीं किया जा सकता है। दादरा नगर हवेली आदिवासी बाहुल्य प्रदेश है, यहां की जनता पर यह अन्याय सहन नहीं है।
पिछले एक सप्ताह से दानह,दमण-दीव को एक संघ प्रदेश बनाए जाने की चर्चा चल रही है। दोनों संघ प्रदेश एक होने से सरकारी कर्मचारियों का तबादला एक दूसरे यूटी में संभव हो सकेगा। दोनों प्रदेशों को भारत सरकार से मिलने वाला फंड एक मिलेगा। इससे दानह को नुकसान हो सकता है। इसे गंभीरता से लेकर आदिवासी एकता परिषद ने विरोध करना शुरू कर दिया है।