जिले के अलग-अलग गांव के 18 मछुआरों ने लुन्सीकुई स्थित कार्पोरेशन बैंक की शाखा से प्रधानमंत्री के नाम पर चलने वाली योजना के तहत होम लोन लिया था। बैंक के एजन्ट विजय मगनलाल भोजाणी निवासी नवसारी द्वारा लोन की प्रक्रिया की गई थी। इसे बैंक तत्कालीन मैनेजर वासुदेव धूपकर ने मंजूरी प्रदान की। आरोप है कि बाद में बैंक मैनेजर और एजेन्ट ने मिलकर 18 लोगों के मकानों की वैल्युएशन ज्यादा दिखाई और प्रति मकान दस लाख से लेकर 15 लाख तक करीब तीन करोड़ रुपए का टर्म लोन उठा लिया। इसकी इन परिवारों को भनक भी नहीं हुई।
ग्राहकों ने जब होम लोन भर दिया तो उसके बाद टर्म रिकवरी शुरू हुई। तब उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला. जिसके बाद सभी लोग सूरत रेंज पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक और स्थानीय पुलिस थाने व एलसीबी में दोनों के खिलाफ शिकायत की, लेकिन आज तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की। सोमवार को सभी लोगों ने अधिक कलक्टर से मिलकर ज्ञापन सौंपा और तत्कालीन बैंक मैनेजर वासुदेव और एजेंट विजय के खिलाफ पुलिस जांच कर गिरफ्तार करने की मांग की। लोगों ने टर्म लोन की रकम भी उनसे वसूलने की मांग करते हुए पुलिस पर शिकायत के बाद भी कार्रवाई न करने का आरोप लगाया।
रात करीब दो बजे पांच बदमाश घर में दाखिल हुए और दोनों को चाकू दिखाकर डरा दिया। बाद में दोनों को कंबल से बांध दिया और उनका मंगलसूत्र, सोने के अन्य आभूषण और 25 हजार नगद लूट कर फरार हो गए। किसी तरह महिलाओं ने पड़ोसियों को इस बारे में बताया तो पुलिस को सूचना दी गई। लूट की बात पता चलने पर मधु गावित भी पहुंचे और कपराडा पुलिस में मामला दर्ज करवाया।