ज्ञात हो कि रकसगण्डा जलप्रपात में बीते 20 जनवरी को मध्यप्रदेश के जयंत कॉलरी के लीलाधर ठक्कर की 8 वर्षीय पुत्री मानवी एक हादसे की शिकार हो गई और उसकी जलसमाधि हो गई थी।
इधर दूसरी ओर ऑपरेशन पूर्ण होते ही रोके गए पानी के बहाव को खोल दिया गया है। एसडीओपी धु्रवेश जायसवाल ने बताया कि पानी खोलने का मकसद यह है कि रुके हुए पानी का बहाव तेज होगा तो उम्मीद की जा सकती है कि कहीं शव फंसा हो तो बाहर आ जाए। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीम बुधवार को भी एक बार और इस दिशा में प्रयास करेगी। शायद कोई सफलता मिल जाए।
पहुंचे थे ये अधिकारी
ऑपरेशन मानवी अभियान के तहत आज मध्यप्रदेश सिंगरौली के महापौर सहित विंधनगर, सिपहरी आदि की पुलिस टीम, बैढऩ के गोताखोर, सूरजपुर जल संसाधन विभाग के अधिकारी, जनपद पंचायत के सीईओ आदि भी मौके पर पहुॅचकर शव की तलाशी अभियान में सक्रिय रहे।
21 हजार पुरस्कार की घोषणा
दूसरी ओर मानवी के पिता लीलाधर ठक्कर ने कहा है कि मानवी का शव खोजने वाले शख्स को वे 21 हजार बतौर इनाम देंगे। उन्होंने स्थानीय गोताखोरों से एक बार और तलाशी के लिए प्रयास करने का आह्वान किया है।
पूजा-पाठ का भी लेंगे सहारा
शव तलाशी के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। आज खबर यह है कि शव तलाशी के लिए पूजा-पाठ का भी सहारा लिया जाएगा। बताया गया है कि भंवरखोह पण्डो जनजाति का एक दल यहां पहुंचा है जो बुधवार को घटना स्थल पर ढोल-मांदर के साथ पूजा-अर्चना करेगा। उनका मानना है कि इस स्थल पर देवी का वास है और वे पूजा के माध्यम से देवी से आग्रह करेंगे।
पंचायत मंत्री की पहल पर पहुंची थी टीम
स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव को जैसे ही घटना की जानकारी मिली थी। उन्होंने अपनी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए एनडीआरएफ की टीम से मानवी ठक्कर की खोजबीन कराने हेतु पहल की। इसके बाद कटक उड़ीसा की एनडीआरएफ की टीम जो बेमेतरा में थी, वहां से एनडीआरएफ के निरीक्षक चंदन कुमार शाह सहित 18 सदस्यीय टीम जिले के रकसगण्डा जलप्रपात पहुंची थी।