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श्री गंगानगर

साधुवाली की गाजर का दीवाना है चंडीगढ़

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श्री गंगानगरJan 09, 2019 / 06:13 pm

Rajaender pal nikka

carrot

साधुवाली की गाजर का दीवाना है चंडीगढ़

-रोजाना चंडीगढ़ जाती है ढाई हजार क्विंटल गाजर

श्रीगंगानगर. लाइफ स्टाइल व खान पान के मामले में भले ही श्रीगंगानगर के लोग चंडीगढ़ के दीवाने हों लेकिन एक मामले में चंडीगढ़ भी श्रीगंगानगर का दीवाना है। श्रीगंगानगर से मात्र आठ किलोमीटर दूर पंजाब सीमा से सटे साधुवाली गांव में पैदा होने वाली गाजर की जादू का चंडीगढ़ के लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। यही कारण है कि साधुवाली से रोजाना ढाई हजार क्विंटल गाजर चंडीगढ़ जाती है।
साधुवाली की गाजर की मांग राजस्थान के अलावा पंजाब, केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू, बिहार, उत्तरप्रदेश और पश्चिमी बंगाल में है। गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत के एक-दो राज्यों से भी गाजर की मांग आई। लेकिन परिवहन का साधन नहीं होने से यह संभव नहीं हो पाया। विदित रहे कि राजस्थान के मथानिया और कोटपुतली, पंजाब के सुल्तानपुर तथा हरियाणा के बेहबलपुर और हिसार की गाजर को पछाड़ साधुवाली की गाजर ने सुदूर प्रांतों में अपनी पहचान बनाई है।
मंडी बने, उद्योग लगे तो हो जाए बल्ले-बल्ले
गाजर उत्पादक किसानों की अस्थाई मंडी में प्रतिदिन पांच हजार क्विंटल गाजर की आवक होती है। किसानों का कहना है कि सरकार यहां गंगनहर के नजदीक पुरानी एलएनपी नहर की भूमि पर गाजर मंडी बना दे तो इससे लाखों रुपए का राजस्व मिलेगा। इसके साथ-साथ सरकार गाजर का मुरब्बा, अचार, जूस, जैम और जेली बनाने वाले उद्योगों की स्थापना की ओर विशेष ध्यान दे तो हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
अस्थाई गाजर मंडी में अभी एक हजार लोगों को रोजगार मिला हुआ है। लेकिन यह रोजगार 15 दिसम्बर से 31 जनवरी तक गाजर का सीजन चलने तक ही सीमित है। उद्योगों की स्थापना होने पर हजारों लोगों को स्थाई रोजगार मिलेगा। गाजर उत्पादक किसानों का कहना है लंबी दूरी की गाडिय़ों में एसी डिब्बे लग जाएं तो सुदूर राज्यों में भी उनकी गाजर जा सकती है।
फैक्ट फाइल
-साधुवाली की अस्थाई मंडी में प्रतिदिन 5000 क्विंटल गाजर की आवक
– रोजाना ढाई हजार क्विंटल जाती है अकेले चंडीगढ़
– एक बीघा में लगभग 125 क्विंटल गाजर का होता उत्पादन
– अभी अस्थाई गाजर मंडी में हजार लोगों को मिला हुआ है रोजगार
-15 दिसम्बर से 31 जनवरी तक रहता है गाजर का सीजन
– साधुवाली क्षेत्र के 15 हजार बीघा में होती है गाजर की पैदावार
– एक बीघा में होता है १२५ क्विंटल गाजर का उत्पादन
-एक बीघा से हो जाती है चालीस हजार की कमाई

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