जानकारी के अनुसार जीबी माइनर टेल के छह मोघों के करीब एक दर्जन से भी अधिक गांवों व चकों के लोग टेल पर पूरा पानी नहीं आने के कारण गत 11जून से 16 जून तक धरना व 17 जून से दो दिन तक सात जने आमरण अनशन पर बैठे थे. जिसकी सूचना पर जल संसाधन रायसिंहनगर दक्षिण खंड अधिशासी अभियंता रामहंस सैनी व सहायक अभियन्ता बीडी दायमा मौके पर आकर 42 जीबी पर बनी अवैध ठोकर को हटाने का लिखित में ऑडर दिए व नहर बंदी में नहर की सफाई तथा क्षमता से अधिक पानी लेने वाले मोघों का लेवल सही करने का आश्वासन दिया गया. जिससे यहां के किसानों ने धरना उठा लिया था।
परन्तु यहां के किसान रविन्द्र सिंह मल्ली, 54 जीबी सरपंच लालचंद बावरी, करणी जी नहर सघर्ष समिति सहयोजक राजा हैयर, अनूपगढ़ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह मल्ली, हरदीपसिंह, गुरजीतसिंह व गुरनामसिंह आदि लोगों ने विभाग पर आरोप लगाया है कि मंगलवार को 42 जीबी पर ठोकर तोड़ने आए विभाग व प्रशासन ने मिलीभगत करके ठोकर तोड़ने की लीपापोती करके वापस चले गए है. जिससे टेल के किसानों को कोई फायदा नहीं मिलने से यहां के किसानों में विभाग के प्रति आक्रोष उत्पन्न हो गया है. जिससे उन्होंने थानाधिकारी रामसिंहपुर के मार्फत उप जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर बुधवार को टेल पर धरना लगा दिया है।
किसानों ने कहा की अब वह अपनी छह सूत्री मांग पूर्ण होने पर ही धरने से उठेगें. नहीं तो सूरतगढ अनूपगढ़ सड़क व रेल रोकेगें तथा पानी के लिए जान तक कुर्बान कर देंगे।
ठोकर तोड़ी गई है पानी आने के बाद पता चलेगा कितना पानी निकलेगा. उसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी……………-रामहंस सैनी, जल संसाधन विभाग रायसिंहनगर.