दो बार पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीत चुके देवेन्द्र झाझरिया ने टोक्यो पैरालंपिक 2020 के जेवलिन स्पर्धा में सिल्वर मेडल अपने नाम किया। देवेन्द्र ने टोक्यो पैरालिंपिक 2020 में F46 फाइनल में 64.35 के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो कर रजत पदक जीता और देश का गौरव बढ़ाया। देवेंद्र ने F46 श्रेणी का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह पैरालंपिक खेलों में भारत के पहले और एकमात्र दोहरे स्वर्ण पदक विजेता हैं।
वहीं जेवलिन में भारत को एक और मेडल मिला है। सुंदर सिंह गुर्जर ने जेवलिन थ्रो स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया। सुंदर सिंह गुर्जर ने 64.01 मीटर का थ्रो कर यह पदक जीता। वहीं गोल्ड मेडल श्रीलंका के हेराथ मुदियां ने जीता। हेराथ ने 67.79 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ F46 श्रेणी में एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। देवेंद्र झाझरिया, अजीत सिंह और सुंदर सिंह गुर्जर तीन भारतीय भाला फेंकने वाले थे, जिन्होंने इस कार्यक्रम में भाग लिया था।
इससे पहले महिलाओं की शूटिंग प्रतियोगिता में अवनि लखेरा ने भारत को गोल्ड मेडल दिलाया। टोक्यो पैरालंपिक्स में भारत का यह पहला गोल्ड मेडल है। अवनि ने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 में पहला स्थान हासिल कर गोल्ड जीता। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 249.6 का रहा। पैरालंपिक्स के इतिहास में भारत का शूटिंग में यह पहला स्वर्ण पदक है। अवनि ने इस रिकॉर्ड में चीन की खिलाड़ी झांग कुइपिंग (248.9 अंक) को पीछे छोड़ दिया है।