करीब तीन महीने पहले मार्च में भी ऐसी ही घटना हुई थी। तब एक लग्जरी कार में सवार बदमाशों द्वारा सिरोही से मेवाड़ की ओर मादक पदार्थ ले जाने की सूचना मिली थी। बरलूट थाना प्रभारी मोहनलाल बिश्नोई के नेतृत्व में नाकाबंदी की गई थी, जिसमें सवार बदमाशों ने पुलिस पर करीब दस राउंड फायर किए थे। हालांकि पुलिस ने जवाबी फायरिंग करते हुए घेराबंदी कर दोनों बदमाशों को पकड़ लिया था।
जानकार बताते हैं कि रात को तस्करों या लुटेरों के पास हथियार भी होते हैं, ऐसे में मौका देखते ही फायर शुरू कर देते हैं। सिरोही पुलिस की ओर से रात को सूचना के दौरान की गई नाकाबंदी तोडऩे के अधिकतर मामलों में बदमाशों ने सामने से फायर किया है। बीती रात को भी घटना में बदमाशों ने करीब छह फायर किए थे।
बीती रात को गश्त के दौरान पुलिस पर फायरिंग तथा डबल नाकाबंदी तोडऩे वाले बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस जांच कर रही है।
– नारायणसिंह राजपुरोहित, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिरोही
रोजमर्रा की तरह गश्त और नाकाबंदी चल रही थी। इस दौरान तेजगति से लोडिंग जीप आई और नाकाबंदी तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। आरोपियों की तलाश जारी है। पड़ोसी जिले जालोर में भी नाकाबंदी करवाई गई।
-कल्याणमल मीना, एसपी, सिरोही