चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक के अनुसार मौजूदा स्थिति में इससे प्रभावित जिलों में जयपुर, अलवर, उदयपुर, कोटा, झालावाड़, भरतपुर, अजमेर, करौली, टोंक, करौली, दौसा, सवाईमाधोपुर, सीकर, झुंझुनूं, बारां, झालावाड़, चित्तौडगढ़़ व राजसमंद आदि शामिल है।
प्रदेश में एक जनवरी से अब तक डेंगू के 529 मरीज मिल चुके हैं जिनमें 26 मरीज सीकर के हैं। स्वाइन फ्लू के 171 मरीज मिले हैं जिनमें से छह की मौत हो चुकी है। पिछले एक माह में किए सर्वे में पता चला कि सीकर जिले में तीन सौ से ज्यादा ऐसी जगह है जहां मौसमी बीमारियों का प्रकोप रहा है। जिले में 1100 से ज्यादा जगह जलभराव वाली है। सर्वे में पता चला कि जिले के शहरी आबादी वाले क्षेत्र जिनमें नीमकाथाना और श्रीमाधोपुर इलाका है जिनमें मच्छरों की ब्रीडिंग ज्यादा हुई है। सौ में चार घर लार्वा पॉजीटिव है। पिछले एक माह में डेंगू, चिकनगुनिया और स्क्रब टाइफस के 317 एलाइजा हुए हैं।
इनका कहना है
अस्पताल का आउटडोर बढ़ा है। मौसमी बीमारियों के मरीज सामने आ रहे हैं। आगामी तीन माह में मौसमी बीमारी असर दिखाएगी।
डा. अशोक चौधरी, पीएमओ एसके अस्पताल सीकर