दरअसल सोमवती अमावस्या और शनिश्चरी अमावस्या पर हर बार बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन जाते हैं। जिनके लिए स्थानीय रेलवे स्टेशन से जाने वाली बीना-नागदा पैसेंजर ट्रेन सुगम साधन है। शनिवार को शनिश्चरी अमावस्या पर धर्म का लाभ लेने के लिए यहां से लोग शुक्रवार को बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन उनका इंतजार लंबा हो गया। सुबह 10.57 बजे शाजापुर स्टेशन पहुंचने वाली पैसेंजर ट्रेन करीब दो घंटे की देरी से दोपहर 1 बजे स्टेशन पर पहुंची। ऐसे में एक ओर भीषण गर्मी उस पर ट्रेन के लेट होने से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दोपहर करीब 1 बजे जब ट्रेन यहां पहुंची तो वो पहले से ही फुल थी। इसके बाद भी स्टेशन पर ट्रेन के इंतजार में खड़े सैकड़ों यात्री इसमें सवार हो गए। किसी को गेट से जगह मिली तो वो गेट से अंदर घुस गया। वहीं कुछ यात्री आपातकालीन खिडक़ी से भी ट्रेन के अंदर पहुंचे। स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ को देखते हुए जीआरपी के जवान भी यहां पहुंच गए और व्यवस्था संभाली।
ट्रेन से कटने से अधेड़ की मौत
शहर के समीप लोंदिया रोड स्थित रेलवे ट्रेक पर शुक्रवार को एक अधेड़ का शव मिला। संभवत: ट्रेन से कटने से उसकी मौत हुई है। सूचना मिलने पर शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। लालघाटी पुलिस ने बताया कि गैंगमेन ने उन्हें सुबह करीब 8 बजे लोंदिया स्थित रेलवे ट्रेक पर शव पड़ा होने की सूचना दी थी। इस पर उन्होंने मौके पर पहुंचकर शव बरामद किया। पुलिस ने शव की शिनाख्ती के भी प्रयास किए, लेकिन समाचार लिखे जाने तक पुलिस को भी कोई अधेड़ के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाए। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया है।