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शाहडोल

प्रदेश के इस जिला चिकित्सालय में बिना पैसे के नहीं होती सर्जरी, अस्पताल प्रबंधन की गठजोड़, चिकित्सक को दे रखा है अभयदान

प्रबंधन की लापरवाही से ग्रामीण क्षेत्र से आए मरीज बन रहे शिकार

शाहडोलApr 12, 2024 / 12:00 pm

shubham singh

प्रदेश के इस जिला चिकित्सालय में बिना पैसे नहीं होती सर्जरी, अस्पताल प्रबंधन की गठजोड़, चिकित्सक को दे रखा है अभयदान

प्रदेश के इस जिला चिकित्सालय में बिना पैसे नहीं होती सर्जरी, अस्पताल प्रबंधन की गठजोड़, चिकित्सक को दे रखा है अभयदान

शहडोल. जिला चिकित्सालय में सर्जरी के नाम पर मरीजों से पैसा मांगने का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को फिर अस्पताल में पथरी व बच्चेदानी का ऑपरेशन के लिए पैसों की मांग की गई। मरीज के परिजन पैसा देने में असमर्थता जाहिर की तो चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के सिस्टम से थका हारा परिवार अंतत: मरीज को बिना ऑपरेशन कराए ही वापस घर ले गए। बताया गया है कि सर्जरी विभाग के चिकित्सक पथरी के लिए 15 हजार व बच्चेदानी का ऑपरेशन करने 35 हजार रुपए की मांग की गई थी। वहीं सर्जरी के लिए पैसा मांगने का मामला जब तूल पकड़ते दिखाई दिया, तो प्रबंधन इस मामले में जांच कराकर दोषी चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही। जबकि इसके पहले भी इलाज के नाम पर पैसा लेने के कई मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद भी प्रबंधन की तरफ से ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही। जिसके कारण चिकित्सकों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
दबाव बनाकर जांच रिपोर्ट करते हैं तैयार
जिला अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर पैसा मांगने का यह कोई नया मामला नहीं है। आए दिन यहां सर्जरी के नाम पर मरीजों से मोटी रकम वसूल की जाती है। 11 जनवरी को भी एक आदिवासी युवक के पेट का ऑपरेशन करने के लिए 6 हजार रुपए की मांग की गई थी। इसके बाद 4 हजार रुपए लेकर ऑपरेशन कर दिया गया था। मामला जब तूल पकड़ा तो मरीज पर दबाव बनाकर पैसा नहीं लिए जाने का प्रबंधन ने रिपोर्ट तैयार कर लिया और दोषी चिकित्सक को क्लीन चिट दे दिया गया। जबकि युवक अपने बयान में अपनी बीमारी व पैसा देने की बात स्पष्ट रूप से बता रहा था। वहीं विधायक के ड्राइवर से भी ऑपरेशन के नाम पर पैसा लिया गया था, इसके साथ ही खन्नौधी निवासी तीन वर्षीय बालक का पैसे न देने पर गलत ऑपरेशन कर दिया गया था। जिसकी शिकायत परिजनों ने कलेक्टर, कमिश्नर सहित अन्य अधिकारियों से की थी। जिसके बाद एक चिकित्सक को प्रबंधन ने कुछ दिनों के लिए निलंबित कर दिया था। वहीं कुछ दिनोंं बाद फिर से सर्जरी विभाग में पदस्थ कर दिया।
कलेक्टर ने कहा जांच के बाद करेंगे कार्रवाई
जिला चिकित्सालय में पथरी व बच्चेदानी का ऑपरेशन के नाम पर पैसा मांगने के मामले को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने जांच टीम गठित कर रिपोर्ट मंगाई है। कलेक्टर तरुण भटनागर ने कहा कि पूर्व में भी पैसे लेने की शिकायत आई थी, जिसकी जांच रिपोर्ट आ चुकी है। वहीं बुधवार को महिला के आपरेशन के लिए पैसों की मांग करने की शिकायत मिलने पर जांच टीम गठित की गई है, जैसे ही जांच रिपोर्ट आती है दोषी चिकित्सकों पर दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।
छुट्टी के बाद कराएंगे जांच
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. जीएस परिहार ने कहा सजर्री के नाम पर पैसा मांगने की जानकारी मिली है, दो दिनों से अवकाश चल रहा है। अवकाश के बाद टीम गठित कर जांच कराई जाएगी। मरीज व परिजनों को बुलाकर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। अब सवाल यह उठता है कि समुचित उपचार न मिलने पर चिकित्सकों पर आरोप लगाने वाले मरीज का बयान, प्रबंधन की तरफ से बयान दर्ज करने में कैसे बदल जाता है।

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