मिल रही हैं बधाइयां
उनके घर-परिवार वालों की खुशी का तो ठिकाना ही नहीं रहा। चारों और से बधाइयां मिल रही हैं। चरणा ने बताया कि उन्हें भरोसा था कि वे एक दिन कौन बनेगा करोड़पति के हॉट सीट पर बैठेंगी। घर के लोगों ने भी प्रेरित किया और साहस दिया तो प्रयास किए। केबीसी में भाग लेने के लिए ऑनलाइन एप्लीकेशन किया। मोबाइल के जरिए इंटरव्यू हुआ। फिर सिलेक्शन के बाद रायपुर बुलाया गया। वहां फेस टू फेस क्वेश्चन हुए। वहां से भी सिलेक्ट हो गए। इसके बाद भोपाल में रिटेन टेस्ट और वाइवा हुआ। इसके बाद वहां से सिलेक्शन हो गया। शहडोल में प्राइमरी एजुकेशन के बाद चरणा वनस्थली विश्वविद्यालय राजस्थान में गे्रजुएशन किया है। पुणे विश्वविद्यालय से पोस्टग्रेजुट में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। चरणा वर्तमान में शहडोल में लेबर इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। पति अमर कुमार गुप्ता जिला कोषालय शहडोल में सहायक ट्रेजरी ऑफिसर हैं। चरणा कीमां सुधा गुप्ता शहडोल में लेखा अधिकारी हैं और पिता अगम शरण सिंह ब्यौहारी में व्यापारी हैं।