रिश्तेदारों का कहना है कि शुक्रवार को चंद्रप्रकाश बिसेन अपने साले बसंत पटले के साथ शुक्रवार को कटनी गए थे। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में प्रियवृंदा बिसेन की ड्यूटी विजयराघवगढ़ में लगी थी। मतदान होने के बाद महिला टीचर ईवीएम मशीन जमा करने के बाद अपने भाई और पति के साथ वापस सिवनी के बरघाट लौट रही थी। इसी दौरान कार में सवार तीनों भीषण हादसे का शिकार हो गए।