तेज बारिश में जर्जर भवनों के गिरने से होने वाले नुकसान को लेकर नपा ने शहर में करीब ३३ जर्जर भवन चिन्हित किए थे। करीब आधी से ज्यादा बारिश बीतने के बाद नपा को जर्जर भवनों की याद आ गई। पहले नपा ने सभी चिन्हित मकानों को तोडऩे मकान मालिकों को नोटिस जारी किए थे, लेकिन इन्हे तोडऩे रूचि नहीं होने के चलते यह भवन दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे थे। आखिरकार दुर्घटना के अंदेशे के चलते बुधवार को नपा के अतिक्रमण अमले ने बुलडोजर चलाकर इन्हेंजमीदोज करने की कार्रवाई शुरू की। मुहिम के शुरू होते ही अन्य जर्जर भवनों के मालिकों में हड़कंप मच गया। इसके बाद ताबड़तोड़ मकान मालिकों ने अपने जर्जर भवन और हिस्सों को तोडऩा शुरू कर दिया। नपा की शुरू अभियान के तहत बुधवार को वार्ड १५ स्थित खूबचंद धन्नालाल और प्रेमवती शर्मा के जर्जर भवन के हिस्से को तोडऩे की कार्रवाई की गई। वही वार्ड १७ में स्थित जर्जर पटवारी भवन को भी तोड़ा गया। लगातार कार्रवाई कर अन्य जर्जर भवनों को भी तोडऩे की कार्रवाई की जाएगी।
पहले गंज क्षेत्र में गिर गया था जर्जर मकान शहर के वार्ड क्रमांक 12 के तहत आने गंज क्षेत्र में करीब एक सप्ताह पहले बड़ी ग्वालटोली में भूरी बाई पत्नी रामचंदर का का कच्चा मकान बारिश के चलते भरभरा कर गिर गया। घटना के समय परिवार के सभी छह सदस्य घर में शयन कर रहे थे। राहत वाली बात यह थी कि बड़ा हादसा टल गया।
इनका कहना है ३३ जर्जर मकानों को तोडऩे नोटिस जारी किए थे। मकान मालिकों द्वारा इन्हें नहीं तोड़े जाने पर पर नपा ने इन्हें ढहाने की कार्रवाई की है। कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
नीरज श्रीवास्तव, सीएमओ, नपा सीहोर