प्रदर्शनकारी बच्चों ने बताया कि विद्यालय में अर्से से अव्यवस्था व्याप्त है। शिक्षकों की कमी के चलते नियमित रूप से कक्षाएं नहीं लग पा रही हैं। जिससे पढ़ाई प्रभावित है। समस्या को लेकर बच्चों ने पहले भी कई बार अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन समाधान नहीं हुआ तो गुरुवार सुबह विद्यालय के मेन गेट पर ताला जड़ दिया और प्रदर्शन करने लगे। उनके विरोध प्रदर्शन के चलते इसी कैम्पस में संचालित माध्यमिक शाला के 500 बच्चों को भी परेशान होना पड़ा। वे भी स्कूल में प्रवेश नहीं कर पाए। वहीं मांगें पूरी न होने पर हायर हायर सेकंडरी स्कूल के करीब 350 बच्चे घंटों प्रदर्शन करते रहे।
घटना की जानकारी लगते ही संकुल प्राचार्य पहाड़ी संदीप गर्ग ने एसडीएम साधना परस्त, जिला शिक्षा अधिकारी बीएस देशलहरा व बीआरसीसी संजीव गुप्ता को सूचना दी। जिस पर बीआरसीसी गुप्ता हल्का पटवारी सहित व पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे। और प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं को समझाइश देते रहे। विद्यार्थियों ने ज्ञापन सौंपने के बाद भी गेट नहीं खोला। उनकी मांग थी कि जब लम्बित मांगें पूरी नहीं की जाती हैं, तालाबंदी जारी रहेगी। अंतत: अध्यापकों की कमी संबंधी मांग पर जब तक संकुल प्राचार्य ने जब तक लिखित आश्वासन नहीं दे दिया, बच्चों ने स्कूल का गेट नहीं खोला। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने पंचनामा बनाकर ताले को तोडऩे का प्रयास भी किया, लेकिन बच्चे उग्र होने लगे, जिसके बाद उन्हें पीछे हटना पड़ा। ताला खुलने के बाद भी हड़ताली बच्चे विद्यालय के अंदर नहीं गए। कहा, आश्वासन के अनुसार, तीन दिन में व्यवस्था नहीं सुधरी तो फिर तालाबंदी करेंगे।
इधर, कुछ बच्चे अन्य स्कूल में तैनात एक अतिथि शिक्षक को यहां नियुक्त कराना चाह रहे थे। सूत्रों की मानें तो आंदोलन के पीछे उसी का हाथ है। चंूकि सामने नहीं आया इसलिए विभागीय अधिकारी कुछ कर नहीं कर पा रहे। उनका कहना है कि सब ऑनलाइन है, ऐसे में यह सम्भव नहीं। बच्चों ने तर्क दिया, जिस शिक्षक को यहां पर नियुक्त करना चाहते हैं, वह हाईकोर्ट से केस भी जीत गया है, लेकिन विभागीय अधिकारी ही नहीं चाहते कि