प्रियदर्शनी नगर निवासी विनोद तिवारी पिता विद्यानिधान रविवार को दोपहर शहर के अस्पताल चौराहा स्थित एक पेट्रोल पंप में अपनी बाइक में पेट्रोल डलाने के बाद वापस अपने घर जा रहा था। रास्ते में डिस्ट्रिक कमांडेंट कार्यालय के सामने खड़ा होकर बाथरूम करने लगा। इसी बीच आरक्षक धीरेंद्र प्रताप सिंह बाइक से अपने एक साथी के पास पहुंचकर युवक की तलासी लेने लगा और युवक की जेब से पर्स निकाल लिया गया। जिसमें आधार कार्ड व 4 हजार 450 रुपए थे, जिसे अपने पास रख लिया गया, कहा गया कि चलो पहले अपना घर दिखाओं तब पर्स वापस करूंगा। तब मजबूरी में युवक आरक्षक को साथ में लेकर अपना घर दिखाने ले गया। वहां पहुंचने के बाद आरक्षक मोबाइल से युवक का फोटो लिया और वापस आने लगा, पर्स मांगे जाने पर कहा कि अभी वापस आता हूं, तब पर्स दे दूंगा और वह वहां से चला आया। इंतजार के बाद जब आरक्षक पर्स वापस करने नहीं पहुंचा तब पीडि़त ने कोतवाली पहुंचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जिस पर पुलिस के द्वारा आरोपी आरक्षक के विरूद्ध भादवि की धारा 392 के तहत मामला पंजीवद्ध कर लिया गया है।