हत्या के दौरान प्रयुक्त गमछे की बरामदगी को लेकर भी पुलिस को काफी पसीना बहाना पड़ा है। सूत्रों की माने तो पहले प्रदीप सिंह ने पुलिस को गुमराह करने इधर उधर की जानकारी दी। बाद में उसने बताया कि हत्या के बाद भागते वक्त सबूत छिपाने के लिये कपड़े और गमछे को नदी में फेंक दिया था। इस पर पुलिस ने जब वह स्थल पूछा जहां उसने गमछा फेंका था तो प्रदीप ने उसका पता बताया। बताया जा रहा है पुलिस ने दिया पीपर के पास से एक गमछा बरामद किया है। हालांकि यह वही गमछा है इसको लेकर पुलिस भी स्पष्ट दावा नहीं कर पा रही है। क्योंकि शर्ट के मामले में पुलिस प्रदीप के धोखे का शिकार बन चुकी है।
सूत्रों का कहना है कि रीवा में आरोपी प्रदीप के घर के पास ही मृत अभिषेक की पत्नी अनामिका सिंह के पिता के नाम पर एक प्लॉट है। घटना से पहले इस प्लॉट को खरीदने के लिए प्रदीप कोशिश कर रहा था लेकिन सौदा नहीं पटा। ऐसे में प्रदीप, अनामिका के बीच अनबन भी हुई थी। इस प्लॉट को देखने के बाद पुलिस ने इसकी जानकारी जुटाई है।
रिमांड अवधि के दौरान हत्यारोपी प्रदीप पुलिस को शहडोल और रीवा घुमाता रहा है। हालांकि साक्ष्य जुटाने की कड़ी में पुलिस ने जब गहन पूछताछ की तो आरोपी ने घटना से जुड़े कई राज खोल दिए। बताया जा रहा है कि शहडोल में प्रदीप के किराए के घर से पुलिस को कुछ नहीं मिला। जिस घर में पुलिस शहडोल गई थी वह किराये का मकान था। मकान मालिक के अनुसार घटना की जानकारी मिलने पर उसका सारा समान घर के बाहर कर दिया था। जिसे उसके परिजन ले गए थे। हालांकि पुलिस को अभी अपनी अन्य कार्यवाही के लिये तीन दिन की और रिमांड चाही है। इस दौरान पुलिस आरोपी का घटना के वक्त उपयोग किया हुआ मोबाइल फोन बरामद करनेे के साथ उसका वॉइस सेम्पल और डीएनए जांच के लिए नमूना लेने की कार्रवाई करा रही है। मोबाइल मिलनेे पर पुलिस उसका डाटा रिकवर कराएगी ताकि साक्ष्य जुटाए जा सकें।
प्रदीप ने पूछताछ के दौरान कई ऐसी बातें उजागर की हैं जो पुलिस की अब तक की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगा रही हैं। लेकिन, आला अफसरों के सामने प्रदीप सधी हुई भाषा में ही बोलता रहा ताकि अब उसे कोई नुकसान न झेलना पड़े। सूत्रों का कहना है कि प्रदीप ने दबी जुबान यह बात कही है कि वह पहले ही सरेंडर कर देता लेकिन कुछ अफसर उसे बचाने का झांसा देकर गुमराह करते रहे। इस दौरान उसने काफी रकम खर्च की है।
मिली जानकारी के अनुसार अभिषेक की पत्नी अनामिका शुक्रवार को सिविल लाइन थाने पहुंची। उसे वाइस सैम्पल के लिये थाने बुलाया गया था। लेकिन जिस पुलिस अधिकारी को अनामिका का वाइस सैम्पल लेना था वह अवकाश में रहा। इसलिये अनामिका का वाइस सैम्पल नहीं लिया जा सका है। बताया जा रहा है कि उसे रविवार को फिर से वाइस सैम्पल के लिये बुलाया गया है। जानकारों का कहना है कि हत्या के बाद अनामिका की प्रदीप से बात चीत हुई थी।
पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी प्रदीप ने यह बात स्वीकार की है कि उसने आवेश में आकर हत्या कर दी। उसने पुलिस को बताया कि वह सामने के दरवाजे से ही अभिषेक के पास गया था। लेकिन, अभिषेक भड़क गया और विवाद करने लगा। तभी प्रदीप ने उस पर झपट्टा मारते हुए दीवार के सहारे दबोचा और गला दबा लिया। गमछे के बारे में उसने बताया कि उस वक्त उसके पास गमछा था। अभिषेक को जमीन पर पटकने के बाद गमछे से ही उसने मुंह, गला दबा दिया था।
पूछताछ के दौरान आरोपी प्रदीप अपने को बड़ा पाक साफ बताने की कोशिश कर रहा है। उसने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि अभिषेक और अनामिका की शादी में भूमिका निभाई थी और मध्यस्थता भी की थी। जबकि दूसरी ओर अभिषेक के परिजनों ने इस मामले में प्रदीप और अनामिका को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। अभिषेक की पुलिस हिरासत में होने की खबर पाकर सिविल लाइन थाने पहुंचे परिजनों ने आरोप लगाया है कि प्रदीप के अनामिका से प्रोफेशनल से ज्यादा संबंध थे। अनामिका की शादी के बाद भी प्रदीप संबंध बनाए रखना चाहता था। जो संभव नहीं हो पा रहा था। दबी जुबान परिजनों ने अनामिका को भी क्लीन चिट नहीं दी है।