शराब कांड में प्रशासनिक अधिकारी भले ही 47 लोगों के मरने की पुष्टि कर रहे हों, लेकिन सूत्रों की मानें तो यह आंकड़ा 52 पर पहुंच चुका है। शनिवार को जिला अस्पताल में लोगों के भर्ती होने का सिलसिला जारी था। वहीं जिला अस्पताल की मोच्यूरी से शव वाहन शवों को ढोने में लगे थे। बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल से 37 से अधिक लोगों को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर किया गया था। अब उनमें से भी कई की मौत की सूचना मिल रही है। इस तरह सहारनपुर में शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या 52 पहुंच चुकी है।
शनिवार दोपहर को शराब पीड़ितों का हाल जानने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर भी पहुंचे। उन्होंने यहां पीड़ितों का हाल जानने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की गर्इ दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा का नाकाफी बताया। साथ ही कहा कि मृतकों के आश्रितों को कम से कम 25-25 लाख रुपये का मुआवजा मिलना चाहिए। चंद्रशेखर ने कहा कि इस कांड के लिए डीएम और एसएसपी पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाए। उन्होंने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि देशी शराब के जहरीली होने से एक दर्जन गांव में बीते 24 घंटे में करीब 52 लोगों की मौत चुकी है। अभी भी 24 लोगों का मेरठ आैर सहारनपुर में उपचार चल रहा है। इनमें से दर्जनभर से अधिक की हालत गंभीर बनी हुर्इ है।