एेसे समझें अव्यवहारिक प्लानिंग
– गौर मूर्ति तीन बत्ती से कोतवाली मार्ग की वर्तमान में चौड़ाई 8 से 9 मीटर तो कोतवाली से चमेली चौक तक 6 से 9 मीटर बताई गई है। मास्टर प्लान में इस मार्ग की चौड़ाई 12 मीटर करने का प्रस्ताव बनाया गया है। इस मार्ग पर पिछले दो दशकों में एक भी अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई नहीं हुई है।
– बस स्टैंड स्थित बकौली चौराहे से संजय ड्राइव को जाने वाले मार्ग की चौड़ाई वर्तमान में करीब 12 मीटर बताई गई है जबकि इसको 30 मीटर चौड़ा करना प्रस्तावित किया गया है। इतना ही नहीं मास्टर प्लान में आए सुझावों के बाद लिए गए निर्णय में झील के चारों ओर 50 मीटर का क्षेत्र खाली रखने का भी प्रावधान किया गया है जो वर्तमान परिवेश में अव्यवहारिक नजर आ रहा है।
– मास्टर प्लान में शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के तहत 13 चौराहों-तिराहों को व्यवस्थित करने की बात कही है लेकिन प्लान पर काम करने वाले अफसरों ने बस स्टैंड स्थित दीलदयाल चौराहा, पीली कोठी क्षेत्र, सिविल लाइन चौराहा, कालीचरण चौराहा, गल्र्स डिग्री चौराहा जैसे स्थानों को शामिल नहीं किया है। दूसरे शब्दों में यह मानें कि मास्टर प्लान के रचनाकारों ने इन स्थानों को यातायात की दृष्टि से राहगीरों के लिए सुगम माना है।