जिला मुख्यालय से करीब साठ किमी दूर लूक के पड़ोस में गोहटा गांव स्थित है। क्रिकेटर इश्वर चंद्र पांडेय का गृह गांव है। गांव की कुछ बस्तियों को सडक़ से जोड़ दिया गया है। लेकिन, एक हिस्सा ऐसा भी हैं जहां लोग मुख्य मार्ग तक पहुंचने के लिए पगडंडी के सहारे पहुंच रहे हैं। इसके अलावा गांव में प्रसिद्ध हजारलिंगी शिवमंदिर है। ग्रामीणों ने बताया कि बरदहा पहाड़ के नीचे उतरते ही लूक से जवा जाने वाले मुख्य मार्ग से जोडऩे के लिए सडक़ का निर्माण नहीं हो सका है। गांव के ज्यादातर हिस्से में मूलभूत सुविधाओं का टोटा है।
इसके लिए कई बार इंटरनेशनल खिलाड़ी भी प्रयास कर चुके हैं। बावजूद इसके गांव में अभी भी मूलभूत सुविधाओं का टोटा है। गांव के सौरभ द्विवेदी बताते हैं कि गांव के बाहर तक पीसीसी सडक़ बनी है। लेकिन, मुख्य मार्ग से गांव को जोडऩे के लिए आज तक सडक़ का निर्माण नहीं कराया जा सका है। ग्रामीणों ने बताया बिजली की व्यवस्था ठीक है। लेकिन, गांव में गर्मी के समय में जल संकट की स्थित हो जाती है।
गोहटा गांव गांव के पड़ोसी से टमस नदी बहती हैं। नदी के छोर में हजार लिंगी शिवमंदिर है। यहां पर आस-पास गांव के साथ ही दूर-दूर से लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मंदिर को मुख्य मार्ग से जोडऩे के लिए कई बार क्षेत्रीय जनप्रतिनिनियों से लेकर अफसरों के पास आवेदन दिया गया। बावजूद इसके किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। शुक्रवार को संचार संकर्म निर्माण समिति की बैठक में जिपं सदस्य अविनाश शुक्ल ने सडक़ निर्माण कराए जाने का प्रस्ताव लाया और कहा कि इंटरनेशनल खिलाड़ी का गांव है। मूलभूत सुविधाएं मुहैय्या नहीं हो सकी है।