स्टॉफ नर्स की पोस्टिंग का मामला
दरअसल, पूरा मामला विष्णुकांता पति अनिल कटारिया का मंदसौर जिला अस्पताल से सीएमएचओ के अधीन रतलाम स्थानांतरण का है। अनिल कटारिया ने प्रभारी मंत्री को लिखी शिकायत में बताया कि रतलाम में ज्वाईन के बाद से ही सीएमएचओ डॉ. ननावरे पोस्टिंग नहीं दे रहे। उनके द्वारा पोस्टिंग के लिए ५० हजार रुपए की मांग की जा रही है। मैं गरीब परिवार से हूं, इसलिए इतनी बड़ी रिश्वत की राशि नहीं दे सकता।
सीएमएचओ ने कहा, प्रभारी मंत्री को देते है रुपए
गुरुवार दोपहर को कांग्रेस जिलाध्यक्ष राठौर के नेतृत्व में कांग्रेसी कलेक्टोरेट पहुंच गए और बैठक में शामिल होने जा रहे प्रभारी मंत्री को घेर लिया। आरोप लगाते हुए कांग्रेसियों ने ५० हजार रुपए मंत्री के आगे कर दिए और कहा कि मंत्रीजी, आपके अफसर पोस्टिंग के लिए रिश्वत मांग रहे है, सीएमएचओ कहते है कि हमें प्रभारी मंत्री को रुपए देने पड़ते है। इसलिए ये ५० हजार रुपए आप ही रख ले और महिला को पोस्टिंग दिलवा दिजिए।
मामले की जांच के आदेश दिए है। सीएमएचओ दोषी पाए गए तो कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेसी शिकायत कर रहे थे, इस दौरान हाथ में रुपए थे, मैंने इस पर ध्यान नहीं दिया।
– दीपक जोशी, प्रभारी मंत्री रतलाम
संबंधित नर्स की पोस्टिंग आलोट में हुई है, वे जिला मुख्यालय का दबाव बना रही थी। मैंने नियमों के तहत कार्य के लिए कहा तो वे इस तरह झूठे आरोप लगा रही है।
– डॉ. प्रभाकर ननावरे, सीएचएमओ रतलाम
प्रदेश में अफसर खुलेआम मंत्री और भाजपा के सांसद-विधायकों के नाम पर रिश्वत ले रहे है। छोटे-छोटे कर्मचारियों को भी प्रताडि़त किया जा रहा है। सरकार की नौकरशाही से जनता परेशान है।
– कांतिलाल भूरिया, सांसद रतलाम