7 वर्ष बाद बाद CONGRESS में होंगे इन पद के लिए चुनाव
देश में लंबे समय तक अनेक सत्ता का मुख्य बिंदु रही CONGRESS पार्टी में मध्यप्रदेश में सात वर्ष बाद संगठन के चुनाव होने जा रहे है। यह चुनाव युवक CONGRESS के होंगे। इसमे 16 व 17 मार्च को मतदान होगा व 22 मार्च को मतगणना के बाद परिणाम आएंगे।
Elections for these posts will be held in CONGRESS after seven years
रतलाम। देश में लंबे समय तक अनेक सत्ता का मुख्य बिंदु रही CONGRESS पार्टी में मध्यप्रदेश में सात वर्ष बाद संगठन के चुनाव होने जा रहे है। यह चुनाव युवक CONGRESS के होंगे। युवक CONGRESS अध्यक्ष पद के लिए सात वर्ष बाद जिले व राज्य में चुनाव होने जा रहे है। इसके लिए प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है। 16 व 17 मार्च को मतदान होगा व 22 मार्च को मतगणना के बाद परिणाम आएंगे। जिलाध्यक्ष बनने के लिए दावेदार को तीन हजार रुपए जमा करवाना होंगे। पंचायत व नगर निगम चुनाव के पहले यह शक्ति परीक्षण माना जा रहा है। पहली बार दिव्यांग के लिए भी पद आरक्षित किए गए है।
पांच दिनों में सोना 1300 रुपए, चांदी 3600 रुपए गिरावटइन पद के लिए होगा मतदान प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, जिलाध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष, जिला महासचिव पद के लिए मतदान 16 व 17 मार्च को होगा। पहले यह 14 व 15 मार्च को होने वाला था। रतलाम जिले के लिए किशन सिंगार, यश दवे, जगदीश पाटीदार अध्यक्ष पद के दावेदार हैं, जबकि रतलाम ग्रामीण से विधानसभा अध्यक्ष के लिए मानवेंद्र सिंह लुनेरा, रतलाम शहर विधानसभा अध्यक्ष के लिए सैयद जैदी, सैलाना विधानसभा अध्यक्ष के लिए हनी गहलोत के नाम दावेदारों में चल रहे है। फिलहाल जावरा व आलोट में खुलकर किसी की दावेदारी सामने नहीं आई है।
होली की रात करें यह आसान उपाय, बनेंगे हर बिगडे़ कामशुरू हो गई है प्रक्रिया – 3 मार्च तक सदस्यता अभियान चलेगा। – 6 मार्च तक मतदान सूची की जांच होगी। – 3 मार्च से 7 मार्च तक नामांकन होंगे। – 8 मार्च तक दावे आपत्ती हो सकेगी। – 9 मार्च को चुनाव चिन्ह आवंटित होंगे। – 16 व 17 मार्च को मतदान होगा। – 22 मार्च को मतगणना व परिणाम आएंगे।
कमलनाथ सरकार ने बदला कन्यादान विवाह निकाह योजना का नियमआरक्षण की रहेगी यह प्रक्रिया इस चुनाव में अध्यक्ष का पद अनारक्षित रहेगा, जबकि चार उपाध्यक्ष में से दो अनारक्षित, एक महिला व एक एससीएसटी के लिए आरक्षित रहेगा। इसी प्रकार महासचिव में पांच पद अनारक्षित, एक एससीएसटी, एक ओबीसी, एक महिला, एक एससीएसटी महिला व एक दिव्यांग के लिए आरक्षित रहेगा। मतदान के लिए मतदाता को एक बार में पांच बार मतदान करना होगा। इसमे एक वोट विधानसभा कमेटी के लिए, एक वोट जिलाध्यक्ष के लिए, एक वोट जिला महासचिव के लिए, एक प्रदेश महासचिव व एक प्रदेश अध्यक्ष के वोट करना होगा। जिलाध्यक्ष को कम से कम 10 वोट व महासचिव को कम से कम 3 वोट लाना होंगे। जबकि विधानसभा कमेटी में यह संख्या तीन वोट की है। चुनाव लडऩे के लिए कार्यकर्ता को रुपए भी पार्टी फंड में जमा करने होंगे। इसके लिए जिलाध्यक्ष के लिए तीन हजार, विधानसभा के लिए 1500 रुपए व प्रदेश के लिए 7500 रुपए तय किए गए है।