चार लाख बच्चों का टीकाकरण शुरू हुआ
रतलाम।
जिले के चार लाख से अधिक बच्चों को मीजल्स और रूबेला के टीके लगाने के अभियान का मंगलवार को सागोद रोड स्थित उत्?कृष्?ट विद्यालय में शुभारंभ हो गया। महापौर डॉ. सुनीता यार्दे के आतिथ्य में इसकी शुरुआत स्कूल के बच्चों को टीके लगाने से की गई। महापौर डॉ. यार्दे ने कहा कि बच्?चों को काला टीका लगाने के साथ साथ मीजल्?स और रूबेला जैसी बीमारियों के बचाव के लिए भी टीका लगवाना चाहिए। उन्?होंने बच्?चों को स्?वच्?छता के लिए प्ररित किया। इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ए डीआईओ डॉ. वर्षा कुरील, प्राचार्य सुभाष कुमावत, वीरेन्?द्र रघुवंशी, आशीष चौरसिया, डॉ. राजेश मंडलोई तथा अन्?य विभागीय अधिकारी ए कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने एमएलबी स्कूल में किया निरीक्षण
बच्चों को खसरा तथा रूबेला की बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान प्रारंभ हो गया है। अभियान के पहले दिन कलेक्टर रुचिका चौहान ने कोठारीवास स्थित महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उमावि में निरीक्षण किया। कलेक्?टर चौहान ने कोठारीवास स्थित शासकीय महारानी लक्ष्?मीबाई कन्या उमावि बच्?चों का टीकाकरण अपने सामने कराते हुए पूरी प्रक्रिया जानी। इस दौरान उन्होंने संतोष जताते हुए प्रतिवेदन भेजने के निर्देश दिए।
बच्चे बोले स्कूल परिसर से हटे अतिक्रमण
रतलाम. शहर के समीपस्थ ग्राम बिलपांक के शासकीय उमा विद्यालय में पढऩे वाले बच्चों ने उनके स्कूल की भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग की। बच्चों ने बताया कि उनके नवीन शाला भवन के परिसर की सीमा व मुख्य सड़क पर गाढ़ोलिया परिवार अवैध कब्जा किए हुए हैं। वे लोग स्कूल परिसर में शासकीय जमीन पर अवैध पक्का निर्माण कर रहे हैं। आगे भी अतिक्रमण जारी है, जिससे उन्हे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनका अतिक्रमण हटाया जाना आवश्यक है।
बच्चों ने यह आवेदन मंगलवार को जिला मुख्यालय पर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर संयुक्त कलेक्टर निशा डामोर व डिप्टी कलेक्टर कामिनी ठाकुर को दिया। इसे देख अधिकारियों ने राजस्व अमले को मामले की जांच कर तत्काल कार्रवाई की बात कही है। वहीं दूसरी और जावरा के वार्ड क्रमांक 29 आनंद कॉलोनी के निवासियों ने आवेदन देकर बताया कि कॉलोनाइजर द्वारा नगरपालिका में डेवलपमेंट चार्ज नहीं भरा गया। कॉलोनी में कोई भी मूलभूत सुविधा नहीं दी गई। वर्तमान में अत्यधिक गंदगी है। शिकायत पर अधिकारी ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी जावरा को कार्रवाई के लिए निर्देशिता किया है।
पटवारी का बदले स्थान
ग्राम पीपलखूंटा के चंपालाल ने बताया कि पटवारी द्वारा अपने काम में घोर लापरवाही बरती जा रही है जिसके चलते वर्ष 2017-18 में भी सर्वे नहीं किया गया। इस कारण किसानों को बीमा का मुआवजा नहीं मिला और आसपास के गांवों में मुआवजा मिला, लेकिन हमारे गांव के किसानों को मुआवजा नहीं मिल पाया। इस वर्ष भी पटवारी द्वारा कृषि भूमि पर सर्वे नहीं किया जा रहा है। पटवारी द्वारा अभद्र व्यवहार एवं असंतोषजनक जवाब दिए जाते हैं। आवेदन में पटवारी के स्थानांतरण की मांग की गई। कलेक्ट्रेट में हुई जनसुनवाई के दौरान ४६ आवेदक यहां पहुंचे थे।