उपला वास, कणुजा निवासी हीरासिंह पुत्र कानसिंह खरवड़ की पहली पत्नी नाते चली गई। हीरासिंह ने दूसरी शादी की बात समाज में चलाई। तभी बुछड़ो की भागल, बनोकड़ा निवासी मोहनसिंह पुत्र देवा राजपूत, परमारों की भागल बनोकड़ा निवासी दौलसिंह, बनोकड़ा निवासी किशनसिंह पुत्र रतनसिंह, बाबूसिंह पुत्र नवलसिंह पडियार, रूपण का चौणा, पीपाणा निवासी जालन्धर नाथ पुत्र दौलनाथ ने शादी का झांसा देते हुए पाखंड के खीगरा की भागल की विधवा सुंदरबाई से शादी का प्रलोभन दिया। इसके एवज में 2 लाख 27 हजार रुपए नकद लिए। फिर हलफनामा करवा शादी कर ली। दो से तीन दिन दुल्हन बनकर रही और उसके बाद सुंदरबाई पीहर जाने की बात बोलकर गई, जो वापस ही नहीं आई। केलवाड़ा थाने में प्रकरण दर्ज होने के बाद पुलिस ने फर्जी दुल्हन सुंदर बाई सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।