स्वाइन फ्लू मरीज को कोटा किया रेफर
पथरी गांव में रहने वाले 17 साल के बंटी पिता भेरूलाल मेरोठा को करीब चार दिन पहले बुखार आया था। बढ़ते बुखार को देख बंटी को परिजन तुरंत झालावाड़ अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां प्राथमिक उपचार के साथ ही जब उसकी जांच शुरू की गई तो रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू पाजिटिव मिलने से अस्पताल प्रबंधन ने वहां व्यवस्थाओं की कमी के चलते मरीज को कोटा रेफर किया है। फिलहाल मरीज का इलाज कोटा में चल रहा है।
जीरापुर अस्पताल को नहीं रहती जानकारी
भले ही जीरापुर में बीएमओ कार्यालय हो। लेकिन यहां के बीएमओ किसी भी मामले में अपने आप को जानकारी से अनभिज्ञ बताते है और किसी भी संबंध में सीएमएचओ कार्यालय में बात करने के लिए कहते है।
कई बार अस्पताल में लगे बिलों को लेकर वे विवादों में रहे है। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों से बेहतर तालमेल के चलते वे अपने पद पर बने हुए है। अभी भी जब स्वाइन फ्लू जैसी गंभीर बीमारी का मरीज सामने आया और उन्हें इस संबंध में जानकारी है। उसके बाद भी गांव में स्वास्थ्य विभाग की कोई हलचल नहीं दिखी। जबकि यह बीमारी एक मरीज से दूसरे को आसानी से फैलती है।
और बढ़ सकते है मरीज
स्वाइन फ्लू पाजिटिव मिलने से स्थानीय लोग दहशत में है। अस्पताल प्रबंधन भी स्वाइन फ्लू मरीजों को रेफर करके अपना पल्ला झाड लेता है। मरीजों का कहना है कि अस्पतालों में अव्यवस्थाएं रहने से मरीजों का इलाज नहीं हो पाता। इलाज नहीें मिलने के कारण मरीज प्राइवेट में इलाज कराने को मजबूर हैं।
स्वाइन फ्लू का मरीज होगा या नहीं। मुझे नहीं पता। जिला अस्पताल में बात कीजिए।
विवेक दुबे, बीएमओ जीरापुर