महिला ने अपना आपा खो दिया
मामला रविवार सुबह का है। जब करीब 10 बजे डॉक्टर आरएस परिहार राउंड लेने के लिए महिला वार्ड में पहुंचे थे। यहां तीन दिन से भर्ती दरियावबाई नाम की महिला ने बीमारी से आराम नहीं मिलने की दशा में डॉक्टर से चर्चा की। जिस पर डॉ.परिहार ने उनसे कहा कि आपका कोर्स बदल देते हैं या फिर बाहर जाकर इलाज करा ले। डॉ. का इतना कहना हुआ कि महिला ने अपना आपा खो दिया और वह पलंग से उठकर गालीगलौच करने लगी। लोगों की माने तो उसने हाथ में चप्पल भी उठा ली थी। लगातार बढ़ रहे विवाद के बाद पुलिस को मौके पर बुलानी पड़ी। पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए मामले को शांत कराया।
एक दूसरे को समझाने का प्रयास किया
इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. बीके झा भी मौके पर पहुंच गए, जिसके बाद महिला को समझाते हुए डॉ. झा ने खुद के वार्ड में भर्ती कराया। घटना के बाद वार्ड में काफी चिल्लाचोट हो रही थी। ऐसे में वहां बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए और एक दूसरे को समझाने का प्रयास किया, जिसके बाद यह मामला सुलझा।
महिला वार्ड में नहीं मिल रहा पानी
अस्पताल के महिला वार्ड में पिछले तीन दिन से पानी की समस्या आ रही है, जिसको लेकर मरीज खासे परेशान हैं। न सिर्फ पीने के पानी की यह समस्या है बल्कि शौचालय में भी पानी की कमी से गंदगी बढ़ रही है।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
यह पहला मामला नहीं है जब अस्पताल में किसी के साथ अभद्रता की गई हो। इससे पहले डॉ. जैन, डॉ. गुप्ता, डॉ. उपाध्याय सहित आधा दर्जन से भी ज्यादा चिकित्सकों के साथ इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं लेकिन हर बार मामला समझाइश के बाद खत्म कर दिया जाता है, जिसके कारण लोगों के हौसले बढ़ रहे है। वहीं यह भी कहना गलत नहीं होगा कि कुछ चिकित्सक भी उपचार के साथ ही जिला चिकित्सालय में ही बाहर की जांच लिखना, दवाई बाहर से दिलवाने में अपनी दुकानें चला रहे हैं।
महिला ने शिकायत की थी। जिसके बाद उसका उपचार बदलने के लिए हमने सलाह दी, लेकिन वह भड़क गई। महिला होने के कारण पुलिस को सूचना देना जरूरी था। बाद में मामला शांत हो गया। लेकिन इस तरह की घटनाओं से चिकित्सक का मनोबल गिरता है।
डॉ. आरएस परिहार, जिला चिकित्सालय राजगढ़