मौजूदा समय में अधिकारियों में नए लुक व लग्जरी वाहनों का प्रेम दिखाई पड़ रहा है, जिसके चलते वे पुराने वाहन रखने से परहेज करते हंै और नए चार पहिया एसी युक्त रखते हैं। जिला मुख्यायल सहित अन्य नगरों में विभिन्न विभागों के अधिकारियोंं पर इन दिनों नए और लग्जरी वाहन अटैच हैं।
जिले के कई सरकारी विभागों के अधिकारी अभी भी खटारा व कंडम वाहनों से ही काम चला रहे हैं। पुलिस विभाग, कृषि उपज मंडी, जिला मलेरिया विभाग, जिला महिला एवं बाल विकास विभाग, सहायक संचालक उद्यानिकी, सहायक संचालक मत्स्य विभाग, वन विभाग सहित अन्य सरकारी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी आज भी शासकीय वाहनों से ही जरूरी कार्य कर रहे हैं।
डॉ. यशपाल सिंह बाल्यान, आरएमओ, जिला अस्पताल। फांसी लगाकर तीन लोगों ने दी जान
जिले के थाना कोतवाली रायसेन, थाना गैरतगंज के तहत तीन अलग-अलग क्षेत्रों में तीन लोगोंं ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी है। वहीं पुलिस ने फिलहाल शवों का पंचनामा बनाकर मर्ग कायम किया और मामले की विवेचना की जा रही है।
वे काम करने घर से बाहर गए हुए थे। जब दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे घटना की सूचना मिली तो रोते बिलखते और विलाप करते हुए उसके मामा, मामी घर पहुंचे। कोतवाली पुलिस को इस सारे घटनाक्रम की जानकारी भी दी ।
वह पिछल दो सालों से डीजे संचालक झलकन सिंह के यहां बतौर कर्मचारी के रूप में काम कर रहा था। झलकन सिंह ने बताया कि कुछ समझ में नहीं आया कि आकाश ने आखिर फांसी क्यों लगा ली है। वह तनाव में बिल्कुल नजर नहीं आया।
अज्ञात कारणों से लगाई फांसी
मृतक किशोर आकाश के पिता और मां केशर बाई का भी स्वर्गवास हो चुका।
इसीलिए वह बचपन से ही अपने राहुल नगर रायसेन निवासी मामा, मामी के घर रहकर पढ़ाई के साथ काम भी कर रहा था। गैरतगंज पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम खैरखेड़ी निवासी गोपाल आदिवासी पुत्र फागूलाल आदिवासी उम्र 45 द्वारा अज्ञात कारणों के चलते दुकान में ही रस्सी से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है।
फिलहाल इन दोनों आत्म हत्याओं करने का खुलासा नहीं हो सका है। इसी तरह टेकापार कॉलोनी गैरतगंज निवासी प्रेम सिंह बंसल पुत्र कमल सिंह उम्र 50 द्वारा अपने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। गैरतगंज पुलिस द्वारा शवों का पीएम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिए हैं। पुलिस इन दोनों मामलों की जांच-पड़ताल कर रही है।