भाजपा विधायकों ने इसे लापरवाही बताया। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, शिक्षा सत्र बीतने जा रहा है और सरकार अभी तक बालिकाओं को साइकिल नहीं बांट पाई है। मंत्री प्रेमसाय सिंह ने कहा, शिक्षा सत्र तो पहले शुरू हुआ था, तब इनकी सरकार थी। इन्होंने क्यों नहीं बांटा। इस जवाब का भाजपा विधायकों ने विरोध किया।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, मंत्री का ऐसा जवाब ठीक नहीं है। बाद में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा, प्रश्न पूछने वाले को जवाब की अपेक्षा होती है। बाद में मंत्री प्रेमसाय सिंह ने कहा, विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लग जाने की वजह से इसमें देरी हुई है। उनकी कोशिश होगी कि जल्दी से इसका वितरण पूरा कर लिया। भाजपा विधायक नहीं बांटने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग करने लगे। साथ ही वितरण की समय-सीमा भी मांगने लगे।
जवाब में मंत्री प्रेमसाय सिंह ने कहा, कुछ घटिया साइकिले आ गई हैं, उसकी जांच कराएंगे। कांग्रेस विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा, हम सभी सही जांच की मांग करते हैं, घटिया साइकिलें नहीं मिलनी चाहिए। विधायक बृहस्पति सिंह ने पूछा कि घटिया साइकिलों की जांच कराएंगे क्या। भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, इसमें परीक्षण का क्या बचा है।
सत्यनारायण शर्मा ने कहा, घटिया किस्म की साइकिलों को खपाना चाहते हैं। कांग्रेस विधायकों ने मामले में जांच की मांग की। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह ने खराब साइकिलों की जांच कर कार्यवाही की घोषणा कर दी। भाजपा विधायकों ने जवाब से असंतुष्ट होकर नारेबाजी की और बहिर्गमन किया।