चुनाव में 7 सांसदों में 2 केन्द्रीय मंत्रियों कैलाश चौधरी, गजेन्द्र सिंह शेखावत और लोकसभा अध्यक्ष की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। तीन विधायक भी मैदान में डटे हैं। इनमें निर्दलीय विधायक रवीन्द्र सिंह भाटी ने बाड़मेर और बीएपी के राजकुमार रोत ने बांसवाड़ा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला बना रखा है। मतदान से ठीक एक दिन पहले राजनीतिक दलों के दिग्गज चुनावी जोड़-तोड़ में जुटे रहे। वहीं सोशल मीडिया पर अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाने को लेकर पोस्ट किए गए।
दो सीट पर त्रिकोणीय तो 11 पर आमने-सामने मुकाबला
राज्य के दोनों मुख्य दल कांग्रेस-भाजपा बाड़मेर और बांसवाड़ा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला मानकर चल रही है। बाड़मेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के उम्मेदाराम और भाजपा के कैलाश चौधरी को निर्दलीय विधायक रवीन्द्र सिहं भाटी कड़ी टक्कर दे रहे हैं। वहीं, बांसवाड़ा सीट पर भाजपा के महेन्द्रजीत सिंह मालवीया, कांग्रेस के अरविंद डामोर और बीएपी के राजकुमार रोत के बीच सीट फंसी है। यहां कांग्रेस ने पहले उम्मीदवार उतारा और बाद में बीएपी को समर्थन दे दिया। लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार के नामांकन वापस नहीं लेने से रोचक स्थिति बनी हुई है।
दूसरे चरण में आज इन सीटों पर वोटिंग
टोंक-सवाईमाधोपुर, अजमेर, कोटा, झालावाड़-बारां, चित्तौड़गढ, उदयपुर, बांसवाड़ा-डूंगरपुर, पाली, जालोर-सिरोही, बाड़मेर, भीलवाड़ा, जोधपुर, राजसमंद तीन विधायक और सात सांसद लड़ रहे चुनाव
दूसरे चरण की तेरह सीटों में सात सीटों पर सांसद और तीन सीटों पर विधायक चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने टोंक-सवाईमाधोपुर से विधायक हरीश मीणा को मैदान में उतारा है, वहीं बांसवाड़ा में बीएपी ने विधायक राजकुमार रोत और बाड़मेर में निर्दलीय विधायक रविन्द्र भाटी चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने बाड़मेर, जोधपुर, कोटा, झालावाड़-बारां, टोंक-सवाईमाधोपुर, पाली, चित्तौड़गढ सीट पर वर्तमान सांसदों को फिर से मौका दिया है। इनमें से जोधपुर और बाड़मरे सांसद केन्द्र में मंत्री भी हैं।