तो वहीं प्रदेश की जेलों में बंद कुछ शातिर अपराधी जेलों में ही अपराध का ताना बाना बुन रहे। साथ ही वादी मुकदमा व गवाहों को जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं। यही नहीं बताया जाता है कि ऐसे अपराधियों पर बकायदा जेल प्रशासन का संरक्षण प्राप्त रहता है। अभी हाल ही में जेल में बंद मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद स्थानीय जिला प्रशासन व जेल प्रशासन पर गंभीर सवाल उठे थे जहां विपक्षी दलों ने प्रदेश सरकार को भी सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया था। रायबरेली जिले की जेल में भी प्रदेश के बड़े बड़े अपराधी जेल में बन्द हैं लेकिन शायद जेल की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं।
एक ऐसा ही मामला जनपद रायबरेली से उभर कर आ रहा है, जहां 25 जुलाई 2016 को पंकज सिंह पुत्र राकेश सिंह नामक बीडीसी सदस्य को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया गया था। जिसमें कई लोग नामजद हुए थे और आज वह सलाखों के अंदर हैं। हालांकि उसके पूर्व आरोपी जनपद रायबरेली जेल की सलाखों में लेकिन कुछ कारणवश जिला प्रशासन ने उन्हें प्रदेश के अलग-अलग जिलों की जेलों में भेज दिया जिनकी तारीख पेशी रायबरेली जनपद में ही होती है। आरोप है कि पंकज हत्याकांड के आरोपी जेल में जेल से मुकदमा वादी व गवाहों को फोन व्हाटसएप के जरिए गोली मारने की धमकी दे रहे हैं। यही आरोपियों ने वादी मुकदमा व मृतक के भाई नीरज सिंह के मोबाइल पर पंकज हत्या कांड का वीडियो भी जेल से वायरल कर घटना याद दिलाने एवं अंजाम भुगतने के तैयार रहने की बात कही है। यह बात पंकज हत्याकांड के वादी मुकदमा पंकज के भाई नीरज सिंह ने शहर के एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से कहीं है। नीरज सिंह ने कहा कि उसके भाई की हत्या 25 जुलाई 2016 में गोली मारकर हत्या कर दी थी । जिसमें अभय सिंह उर्फ अंकित सिंह, मुकुट सिंह, धनंजय सिंह उर्फ धुनाड़ी सिंह, अभय प्रताप सिंह उर्फ डब्बू सिंह, फास्टर उर्फ अंकित सिंह तथा अन्य अभियुक्त कुंवर भूपेंद्र सिंह उर्फ बब्लू सिंह के नाम पुलिस में विवेचना के दौरान निकाल दिया था।
नीरज सिंह ने कहा कि बीते 21 जुलाई 2018 को जब वह मुकदमे की पेशी में गवाहों के साथ न्यायालय में उपस्थित हुआ तो अभियुक्तों ने उसे और उसके गवाहों को गाली देना शुरु कर दिया और जान से मारने की धमकी देने लगे और धमकी भरे लहजे में कहा की गवाही ना दो नहीं तो जितनी गोली पंकज सिंह को मारी थी उस से दो गुना ज्यादा गोली तुम लोगों को मारेंगे। नीरज सिंह ने बताया कि अभियुक्तगण जेल में होने के बावजूद मोबाइल फोन का प्रयोग कर रहे हैं। फोन और व्हाट्सएप के जरिए मेरे भाई की हत्या का वीडियो भेज कर बोले कि इससे ज्यादा गोली तुम्हारे सीने पर मारूंगा।
उन्होंने कहा कि हत्यारे मुझे धमकी देते हैं कि जैसे ही जेल में रहते मुन्ना बजरंगी की हत्या हुई वैसे ही जेल में रहते हुए तुम्हारी और तुम्हारे गवाहों की हत्या करवा दूंगा। नीरज ने अपने गवाहों की सुरक्षा की मांग शासन व प्रशासन से की है। एसपी सुजाता सिंह ने कहा कि जांच सदर क्षेत्राधिकारी को करने के निर्देश दिये गये है। वादी मुकदमा व गवाह नीरज सिंह की तहरीर पर धमकी दिये जाने वाले अभियुक्तों के खिलाफ नगर कोतवाली में मामला दर्ज करा दिया गया है। जांच की जा रही है वाटसएप और फोन के जरियें धमकी के आरोप की जांच की जायेगी। मामला सही पाया जाता है तो कार्रवाई की जायेगी।