उल्लेखनीय है कि नगर निगम के पीएचई से जुड़े इंजीनियर्स के पास अभी भी कुओं की अलग से कोई सूची नहीं है न ही अलग-अलग वार्ड वार उनकी सफाई का ब्योरा है, जबकि अगस्त २०१७ में पीएचई विभाग की एक सूची में शहर के अंदर १०० कुओं के होने का दावा किया गया है, लेकिन इनमें से कितने दुरुस्त हैं इसकी जानकारी विभाग अभी तक खंगाल नहीं पाया है। कुओं की सफाई के बारे में निगम द्वारा कई दावे किए जाते रहे हैं, लेकिन कितनों की सफाई की गई है इसका अंदाजा कलेक्ट्रेट ग्राउंड स्थित कुएं को देखकर लगाया जा सकता है, जबकि यहां से पानी की आपूर्ति की जा रही है।
कुछ वार्डों में सफाई का है दावा
उपयंत्री आरके सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि समय-समय पर कुओं की सफाई की जाती है। उन्होने वार्ड ३५ के सर्रा, बिजली टोला, हनुमान मंंदिर, वार्ड ४० में शंकर नगर, वार्ड २७ में पसारी मोहल्ले में कुओं की सफाई करवाई है। उन्होंने बताया कि कुओं की सफाई को अलग से कोई ब्योरा नहीं है क्योंकि इसमें लगने वाले कर्मचारियों की विस्तृत जानकारी रजिस्टर में और इस्तेमाल किए गए सामान जैसे ब्लीचिंग पावडर आदि की जानकारी मटेरियल टरजिस्टर में दर्ज की जाती है।
बारिश के कारण नहीं हो सकी सफाई
कुओं की सफाई के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। बारिश में कुओं में पानी अधिक रहता है जिससे सफाई में परेशानी होती है।
आरके सहस्त्रबुद्धे, उपयंत्री नगर निगम छिंदवाड़़ा