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प्रतापगढ़

प्रतापगढ़ व छोटीसादड़ी में अफीम का तोल शुरू, तीसरी आंख का कड़ा पहरा

प्रतापगढ़ व छोटीसादड़ी जिले में अफीम उत्पादक किसानों की अफीम का तोल बुधवार से शुरू हो चुका है।

प्रतापगढ़Apr 03, 2024 / 04:48 pm

Supriya Rani

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प्रतापगढ़. जिले में अफीम उत्पादक किसानों की अफीम का तोल बुधवार से शुरू हो चुका है। इसके लिए विभाग की ओर से तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गई थी। प्रतापगढ़ में तोल केन्द्र दीपेश्वर तालाब के पास दादावाड़ी में बनाया गया है। यहां पहले दिन 16 गांवों के 301 किसानों की अफीम का तोल होगा। जबकि छोटीसादड़ी में तोल केन्द्र आर्य समाज वाटिका में बनाया गया है। यहां 10 गांवों के 228 किसानों की अफीम का तोल होगा। इन केन्द्रों पर पारदर्शिता के लिए सीसीटीवी कैमरों से पूर्ण रूप से निगरानी रखी जाएगी। वहीं इस बार हैंड परख के आधार पर तोल किया जाएगा। इसके साथ ही अफीम का भुगतान भी किसानों के खातों में डाला जाएगा। गौरतलब है कि गत दिनों से अफीम तोल की तारीख नहीं मिलने से किसानों में चिंता थी। ऐसे में किसानों की परेशानी को देखते हुए तारीख दी गई है। इसके तहत जिले में प्रतापगढ़ और छोटीसादड़ी में अफीम तोल केन्द्र बनाए गए है। जिसमें प्रतापगढ़ के दीपेश्वर तालाब के पास दादावाड़ी परिसर में बुधवार को 16 गांवों के 301 किसानों की अफीम का तोल किया जाएगा।

 

 

 

 

 

अफीम का तोल बुधवार से भंवर माता मार्ग रोड स्थित दयानंद वाटिका में शुरू होगा। इसमें छोटीसादड़ी उपखंड के अफीम किसानों के माल का तोल किया जाएगा। जिसके लिए नारकोटिक्स विभाग ने तैयारियां कर ली है। यहां अफीम तुलाई की प्रक्रिया 9 अप्रेल तक चलेगी। उसके बाद सीपीएस पद्धति वाले किसानों का कार्य किया जाएगा। जिला अफीम अधिकारी बीएन मीणा ने बताया कि 3210 से अधिक किसानों को लाइसेंस दिए गए थे। चीरा पद्धति से अफीम उत्पादन वाले किसानों की अफीम तुलाई का कार्य शुरू होगा। अफीम तुलाई में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी। इसके लिए यहां सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। किसानों को अफीम का भुगतान सीधे उनके खातों में ऑनलाइन किया जाएगा। पहले दिन बुधवार को 10 गांवों के 228 किसानों की अफीम तोली जाएगी। इसमें देवखेड़ा, नाराणी, खेड़ा केसुंदा, रावतपुरा, खेड़ी कुंडाल, मोतीपुरा, और देवली गांवों के किसानों की अफीम तुलाई का कार्य किया जाएगा। वहीं, अफीम किसानों के छांव के लिए डोम, पानी और गर्मी को देखते हुए कूलर की व्यवस्था की गई है।

 

 

 

 

 

अफीम तोल केन्द्रों पर सुरक्षा और पारदर्शिता के लिए पूरे बंदोबस्त किए गए है। तोल केन्द्रों पर पारदर्शिता के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। जिससे तोल प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी बनी रहे। इसके साथ ही यहां सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए गए है। जो राउण्ड में तैनात रहेंगे। इसके साथ ही किसानों के लिए छाया, पानी, पंखे, कूलर की भी माकूल व्यवस्था की गई है।

 

 

 

 

 

नारकोटिक्स विभाग की ओर से प्रतापगढ़ और अरनोद को प्रथम खंड में शामिल किया गया है। इस वर्ष खंड प्रथम में चीरा लगाने के चीरा लगाने के 3085 लाइसेंस दिए गए है। वहीं सीपीएस के तहत 2111 लाइसेंस दिए गए है। जिला अफीम अधिकारी एलसी पंवार ने बताया कि क्षेत्र में चीरा लगाने के लाइसेंस के किसानों की अफीम तोल बुधवार से शुरू किया जा रहा है। जो 9 अप्रेल तक चलेगा। इसी प्रकार छोटीसादड़ी खंड में चीरा लगाने के लिए 3210 लाइसेंस दिए गए है। जबकि सीपीएस के तहत 896 किसानों को लाइसेंस दिए गए है।

 

 

 

 

 

जिला अफीम अधिकारी एलसी पंवार ने बताया कि जिले में विभाग की ओर से अफीम तोल बुधवार से शुरू किया जा रहा है। इसके लिए तोल केन्द्र पर सभी तरह व्यवस्थाएं की गई है। किसान अफीम लेकर बुधवार शाम को पहुंचे। इसके बाद अगले दिन सुबह तोल शुरू किया जाएगा। इस बार भी पारदर्शिता रखी गई है। वहीं किसानों के लिए सभी सुविधाएं की गई है।

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