कोलकाता में 14 बच्चों के प्लास्टिक में लिपटे कंकाल मिलने से सनसनी, अबॉर्शन रैकेट पर शक स्थानीय निकाय और पंचायत चुनावों पर हुई चर्चा राज्यपाल और रक्षा मंत्री ने विशेषकर घुसपैठ के बढ़ते प्रयासों के संदर्भ में आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के प्रभावी प्रबंधन से संबंधित कई महत्वपूर्ण अंतर-संबंधित मुद्दों और आतंक रोधी अभियानों पर चर्चा की। उन्होंने इस साल अक्टूबर-दिसंबर में होने वाले शहरी स्थानीय निकायों और पंचायत चुनावों पर भी विस्तृत चर्चा की।
सरकार के कामकाज में पारदर्शिता दर्शाने के लिए आया किताब लिखने का विचार: वेंकैया नायडू राज्यपाल ने की सुरक्षा बलों की सराहना बयान में कहा गया, ‘जम्मू एवं कश्मीर में महत्वपूर्ण सड़क नेटवर्कों की मरम्मत और रणनीतिक संपर्कों को मजबूत करने की बहुत जरूरत है, विशेषकर लद्दाख क्षेत्र में। इस पर चर्चा की गई।’ राज्यपाल ने आम लोगों की सुरक्षा के लिए सेना के प्रशासन, पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बलों के साथ सहयोग से कार्य करने की सराहना की।
राजनीतिक अस्थिरता से गुजर रहा है जम्मू-कश्मीर गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी ने महबूबा मुफ्ती की पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया था, जिसके चलते राज्य में राज्यपाल शासन लगाया गया था। फिलहाल शासन की बागडोर राज्यपाल के ही हाथों में है, इसके चलते राज्य में एक बार फिर राजनीतिक अस्थिरता का दौर शुरू हो गया है।