जानकारी के मुताबिक, 66 वर्षीय नितिन गडकरी आज दोपहर में यवतमाल जिले के पुसद में भाषण देते समय अचानक मंच पर बेहोश होकर गिर पड़े। वहा यहां सत्ताधारी महायुति गठबंधन की प्रत्याशी राजश्री पाटिल (Rajashree Patil) के प्रचार के लिए पहुंचे थे। जब वह मंच पर बोल रहे थे तो अचानक उनकी तबियत खराब हो गई। जिसके बाद गडकरी को यवतमाल के एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया।
कुछ देर बाद नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने एक्स पर लिखा, “पुसद, महाराष्ट्र में रैली के दौरान गर्मी की वजह से असहज महसूस किया। लेकिन अब पूरी तरह से स्वस्थ हूँ और अगली सभा में सम्मिलित होने के लिए वरुड के लिए निकल रहा हूँ। आपके स्नेह और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।“
अस्पताल से गए अमरावती…
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने फिर अमरावती जिले के वरुड में वर्धा लोकसभा क्षेत्र के बीजेपी-महायुति के उम्मीदवार रामदास तडस के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया।
गौरतलब हो कि 2018 में भी महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में एक कार्यक्रम के दौरान गडकरी अचानक मंच पर बेहोश हो गए थे।
नागपुर में जीत की हैट्रिक लगाएंगे गडकरी?
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को महाराष्ट्र की नागपुर, रामटेक (अनुसूचित जाति), भंडारा-गोंदिया, चंद्रपुर और नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली-चिमूर (अनुसूचित जनजाति) सीट पर 63.7 फीसदी मतदान हुआ। जिसके बाद सभी दलों की नजर दूसरे चरण के चुनाव अभियान पर है। दूसरे चरण में वर्धा, यवतमाल-वाशिम समेत आठ सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा। नागपुर की बात करें तो बीजेपी सांसद नितिन गडकरी और कांग्रेस विधायक विकास ठाकरे के बीच सीधा मुकाबला है। नागपुर में ही आरएसएस का मुख्यालय है। गडकरी नागपुर से तीसरी बार मैदान में है। इस हाई-प्रोफाइल सीट से पूर्व मेयर ठाकरे के अलावा योगेश लांजेवार (बसपा), 13 गैर-मान्यता प्राप्त और 10 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में है।
गडकरी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में सात बार के सांसद विलास मुत्तेमवार (कांग्रेस) को 2.84 लाख वोटों से और 2019 के चुनाव में कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को 2.16 लाख वोटों से हराया। नागपुर की 6 विधानसभा सीटों में से 4 पर बीजेपी का कब्जा है।