मेल से सुरक्षा एजेंसियों को मिली थी हमले की सूचना
सुरक्षा एजेंसी को सूचना मिली थी कि प्रधानमंत्री की रविवार की पटना रैली में बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रची गई है। दो दिनों पूर्व ही एक अज्ञात व्यक्ति ने दिल्ली मुख्यालय में मेल भेजकर इसकी जानकारी दी थी। एसपी अभियान और बांका एसपी ने टीम गठित कर छापेमारी की और मो.रेहान को गिरफ्तार कर लिया। उसके नजदीकियों से भी गहन पूछताछ की गई। सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस को दो अन्य संदिग्धों की तलाश है। इनमें से एक नौशाद की सघन तलाश की जा रही है। वह पुलिस की पकड़ से दूर है। घर की एक महिला भी जैश का आत्मघाती दस्ता बनी बताई जा रही है। वह देश में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की ताक में है।
गिरफ्तारी करने पर करना पड़ा विरोध का सामना
छापेमारी के लिए गांव में पहुंची पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। रेहान की गिरफ्तारी के बाद पूरा परिवार शंभूगंज थाने में जमा हुआ है। ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। गांव में रेहान के घर पर उसकी सत्तर वर्षीया मां बदरू निशां और उसकी पत्नी प्रवीण रहती है। रेहान के चार भाई है जिनमें से दो अरब और दो नागपुर में रहते है। रेहान गांव में ही भैंस रखकर दूध बेचता है।
बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे
बांका की एसपी स्वप्ना जे. मेश्राम ने इस बारे में कुछ भी बताने से मना किया। उन्होंने कहा कि एन.आई.ए की टीम जांच कर रही है। हमें इस बारे में और कुछ नहीं कहना। घटना के बाद पूरे सूबे में अलर्ट जारी कर दिया गया है। खुफिया एजेंसियों ने बताया कि आईएसआई से जुड़े आतंकी देश में सबसे बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की योजना में हैं। खुफिया एजेंसी को भेजे गए गुप्त मेल में यह जानकारी दी गई है। यह जानकारी भी दी गई थी कि मो.रेहान के घर पर पांच सौ किलो आरडीएक्स छिपा रखा गया है। हालांकि छापेमारी में दस्ते को कुछ भी हाथ नहीं लग पाया है।