छत ढलाई के समय ही कई जगह से धसक गई थी। इसको लेकर दुकान खरीदने वालों में सतीश पटेल ने जनसुनवाई में एसडीएम से मामले की शिकायत की थी। इस पर एसडीएम ने निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स की गुणवत्ता जांचने के लिए तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की थी।
टीम में नायब तहसीलदार आस्था चढ़ार, एसडीओ आरइएस बीबी गुप्ता, उपयंत्री अरविंद त्रिपाठी एवं हल्का पटवारी राजेंद्र सोनी शामिल थे। जांच टीम ने पाया कि निर्माण कार्य में गड़बड़ी की गई है। छत में सरिया 8 की जगह 12 इंच की दूरी पर डाले गए थे। बीम में भी मसाला के साथ ईंटें डाल दी गई थीं।
मामले में गड़बड़ी पाए जाने के बाद भी ठेकेदार एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। पूर्व में भी इसी तरह से कई जांच के नाम पर औपचारिकता पूरी करने की बात सामने आई थी। सीएमओ एवं उपयंत्री सुरेश साहू ने घटिया निर्माण की पुष्टि करते हुए नोटिस भी जारी किया था।
इसके अलावा जांच दल द्वारा पंचनामा कार्रवाई में भी घटिया निर्माण कार्य की पुष्टि होना पाया गया। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। बीबी गुप्ता, एसडीओ आरइएस के अनुसार तीन सदस्यीय जांच दल का मुझे प्रभारी नियुक्त किया गया था। मामले के अवलोकन में पाया कि निर्माण कार्य घटिया तरीके से गुणवत्ताहीन कराया गया है। जिसका प्रतिवेदन मेरे द्वारा प्रस्तुत कर दिया गया है।