रैली में अशोक तंवर को हरियाणा के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर पेश किया गया। तंवर तो स्वयं को कार्यकर्ता बताते रहे लेकिन अन्य वक्ताओं ने उन्हें अगले मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया। दरअसल यह हरियाणा कांग्रेस के तंवर गुट का शक्ति प्रदर्शन था। प्रदेश कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और अखिल भारतीय कांग्रेस की कोर कमेटी के सदस्य रणदीप सुरजेवाला के गुट भी सक्रिय हैं। सुरजेवाला भी स्वयं को मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित कर रहे हैं।
तंवर ने कहा कि यह लड़ाई केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के रफाल विमान घोटाले और प्रदेश की खट्टर सरकार के कुशासन के खिलाफ है। यह लड़ाई भाजपा को सत्ता से बाहर करने व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने तक जारी रहेगी। डा. अशोक तंवर ने रफाल विमान सौदे में 1,44,144 करोड़ रुपए के घोटाले का सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि यह रकम हरियाणा राज्य के एक साल के कुल बजट 1.05 लाख करोड़ से भी अधिक है।
तंवर ने कहा कि पहले की तीन लड़ाइयों की तरह पानीपत से आज शुरू की जा रही चैथी लड़ाई भी देश का इतिहास बदलने का काम करेगी। उन्होंने दावा किया कि एक लाख से अधिक लोगों की हाजिरी ने रैली को हरियाणा के इतिहास का सबसे बड़ा राजनीतिक आयोजन बना दिया। तंवर ने केंद्र सरकार को राफेल विमान घोटाला, नोटबंदी, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का नाम बदलकर आयुष्मान भारत रखने, सामाजिक सदभाव बिगाडने, बेरोजगारी को बढ़ावा देने आदि मुद्यों पर केन्द्र सरकार की कडी आलोचना की।
उन्होंने कहा कि हरियाणा की सडकों पर प्रदेश की मनोहर लाल खट्टर एवं केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकारों के खिलाफ संघर्ष करने वाले किसानों,मजदूरों,नौजवानों,व्यापारियों,कर्मचारियों और महिलाओं सहित सभी वर्गों को कांग्रेस का समर्थन है। कांग्रेस की सरकार बनने पर इन सभी वर्गों की समस्याओं का समाधन किया जाएगा।