धीमी गति से चल रहा कार्य
बिजली की लगातार हो रही कटौती से ग्रामीण क्षेत्रों में हालात बदतर हो रहे हैं। पालिका क्षेत्र में कई क्षेत्रों की पेयजलापूर्ति गडबड़ा गई है। ऐसी स्थिति में ग्रामीण व किसानों में आक्रोश है।
पेयजलापूर्ति को लेकर सादड़ी कस्बे में तीन टंकियां बनी हुई हैं। जो कई वर्षो से बढ़ती पेयजलापूर्ति मांग को लेकर पर्याप्त प्रेशर नहीं दे पा रही हैं।विभाग ने कई क्षेत्रों की पेयजलापूर्ति सीधे टंकी व बान्ध फिल्टर प्लान्ट से आने वाली लाईनों से जोड़ रखा है। फिल्टर प्लान्ट व टंकी की बिजली गुल हुई तो मैन बाजार, बसस्टेण्ड से आखरिया चौक, माहिला बास, नई आबादी, अटोकजी बाग आदि कई एरिया में पेयजलापूर्ति लडखड़ा जाएगी। इन क्षेत्रों में पानी की लाइनों पर जितना जल दबाव बना हुआ है उतनी जलापूर्ति करने में ये पर्याप्त प्रेशर नहीं दे पा रही है। ऐसे में कई जगह फिल्टर प्लान्ट से आने वाली लाइनों से सीधे जोडक़र आपूर्ति की जा रही है।
19 मई, 24 मई, 26 मई, 27 मई, 28 मई, 29 मई, 30 मई के दौरान सुबह 6 से 11 के बीच कभी बाली तो कभी सादडी व कभी देसूरी से बिजली कटौती की गई। कभी बिजली लाइनों के नवीनीकरण कार्य, रखरखाव व मरम्मत के नाम तो कभी शहरी क्षेत्र सिस्टम सुधार को लेकर बिजली कटौती की गई। इसके अलावा दिन में कई बार ट्रिपिंग भी होती है।
आईपीडीएस योजना के तहत बिजली लाइनों के नवीनीकरण कार्य प्रगति पर हैं। कभी शहरी क्षेत्र में कार्य हो रहा है तो कभी 33/11 केवी जीएसएस देसूरी, बाली व सादड़ी से हो रहा है। ऐसे में विद्युत कटौती की जा रही है। किसानों की सिंचाई समस्या व बढ़ती गर्मी के कारण अब सप्ताह में एक दो बार कटौती कर नवीनीकरण कार्य पूर्ण कराने का प्रयास करेगें।