ग्राम सभाओं को और सशक्त बनाने के लिए इस महीने से पंचायतराज विभाग कई नवाचार करेगा। पंचायतराज विभाग से जुड़े महकमों के अधिकारियों की उपस्थिति तय की जाएगी। वहीं ग्राम सभाओं में वित्तीय स्वीकृति वाले प्रस्तावों के साथ आगामी योजनाओं से भी ग्रामीणों को अवगत कराया जाएगा। आमजन की भागीदारी बढ़ाने के लिए सामाजिक संगठनों के सदस्य घर-घर जन सम्पर्क भी करेंगे।
स्वच्छ भारत मिशन में भी कई जिले काफी पिछड़े हुए है। इस योजना में श्रीगंगानगर, बारां, पाली, सवाईमाधोपुर, सिरोही, टोंक, कोटा, झुंझुनूं, अजमेर, अलवर जिला आगे है। वहीं अंतिम पायदान पर करौली, नागौर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर व उदयपुर जिला है।
रैंकिंग में गलती हुई है, भेजा है पत्र
काम मांगों अभियान के बाद जिला परिषदों के काम-काज की रंैकिंग की गई है। इसमें पाली जिला 22 वें स्थान पर रहा है। लेकिन, पाली को राजीविका में 0 माक्र्स मिले है। जबकि संलग्न परिशिष्ट में राजीविका के 6 माक्र्स मिले है। इन माक्र्स को रैंङ्क्षकग में जोड़ा नहीं गया है। अंक जोडऩे के लिए पंचायत राज विभाग जयपुर को पत्र लिखा है।
हरिराम मीणा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, पाली
झुंझुनूं – 1
बाड़मेर – 2
धौलपुर – 3
हनुमानगढ़ – 4
अलवर – 5
चित्तौडगढ़़ – 6
गंगानगर – 6
अजमेर -7
भरतपुर – 8
सिरोही – 9
भीलवाड़ा – 10
चुरु – 10
बारां -11
डूंगरपुर – 11
बांसवाड़ा -12
बूंदी – 12
सीकर -12
कोटा -13
स.माधोपुर -13
जालोर -14
दौसा -15
झालावाड़ -16
जैसलमेर -17
नागौर -17
जोधपुर – 18
टोंक – 19
उदयपुर – 21
जयपुर – 21
पाली – 22
प्रतापगढ़ – 23
राजसमंद – 24
बीकानेर – 25