रात तक यहां झूम के बरसेंगे बादल
मौसम विभग की मान तो शुक्रवार रात तक पूर्वी राजस्थान के अजमेर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग में मानसून सक्रिय रहने तथा अधिकतर भागों में बारिश व कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। जोधपुर और बीकानेर संभाग में भी कुछ भागों में हल्की मध्यम बारिश व एक-दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। 29 जूलाई को भी पूर्वी व उत्तर-पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों भरतपुर और जयपुर कोटा संभाग के कुछ भागों में मानसून सक्रिय रहने तथा बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है।
2 अगस्त से फिर मानसून होगा सक्रिय
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो 29 जुलाई से 1 अगस्त के दौरान पश्चिमी राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में कमी होने तथा केवल छुटपुट स्थानों पर हल्की बारिश होने की सम्भावना है। इसके बाद 2 अगस्त से पूर्वी राजस्थान में मानसून फिर से सक्रिय होगा और भारी बारिश का दौर फिर से राजस्थान में मेहर बरसाएगा।
बांधों में पिछले साल से ज्यादा पानी
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा ने बताया कि जुलाई के दौरान राजस्थान में जमकर बारिश हुई और पिछले साल के मुकाबले बांधों में पानी की आवक ज्यादा रही है। उधर, ओडिशा के आसपास बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर होकर परिसंचरण तंत्र में बदल गया है और वर्तमान में पश्चिम बंगाल, झारखंड के ऊपर बना हुआ है। मानसून ट्रफ लाईन शुक्रवार को सामान्य स्थिति में है इसके अलावा एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है।
सामान्य से 81 प्रतिशत ज्यादा बारिश
मौसम विभाग की माने तो इस बार मानसून ज्यादा मेहर बरसा रहा है। मानसून की बात करें तो जून से लेकर अब तक 340 एमएम बारिश दर्ज हो चुकी है, जबकि सामान्य बारिश का आंकड़ा 174 एमएम है। यानि सामान्य से 85 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज हो चुकी है। उधर, सितंबर तक औसत बारिश का आंकड़ा 434 एमएम है, जिसे भी इस बार पार किया जा सकता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि अगले दो माह मानसून की बारिश के हिसाब से अच्छे रह सकते हैं।