इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी की दुआओं का असर है कि वे वापस आ गई हूं। बहुत सारे लोग सोच रहे थे कि काजल निषाद वापस नहीं आएगी। ऐसे लोगों से कहना चाहती हूं कि ‘बाज के न उड़ने से आसमान कबूतरों का नहीं हो जाता है’। मैं फिर से वापस आ गई हूं। मैं दमदारी के साथ चुनाव मैदान में वापस आ गई हूं।
इस दौरान उन्होंने कहा, मैं सभी का धन्यवाद देती हूं। मेरे रहने और न रहने से कोई फर्क नहीं पड़ता है, जनता मेरे साथ है। महंगाई-बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर जनता मेरे साथ है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए जनता पूरी तरह से तैयार है। काजल निषाद ने
रविकिशन का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधते हुए कहा, जो खुद बेटी बचाओ का नारा देते हैं, वे खुद अपनी ही बेटियों को संभाल नहीं पा रहे हैं। जो दो मां-बेटी अपने हक-अधिकार के लिए घूम रही हैं, उन्हें उनका हक अधिकार मिले, उन्होंने कहा कि मंदिर में उन्हें दर्शन कराने में उनकी बहुत मदद की।
दरअसल, INDI गठबंधन से सपा प्रत्याशी काजल निषाद बीते महीने दिल का दौरा पड़ने के बाद बीमार पड़ गई थीं। हालत गंभीर होने पर उन्हें लखनऊ के मेदांता में भर्ती कराया गया था। उन्हें डॉक्टरों ने पूरी तरह से आराम करने के लिए कहा था। इसके बाद वो काफी दिनों तक लखनऊ में भर्ती रही। अब वे फिर एक बार मैदान में उतर चुकी हैं।
यहां पहुंचने के साथ वे गुरु गोरखनाथ और बाबा मत्स्येन्द्रनाथ के दर्शन करने के बाद फिर से चुनाव प्रचार में कूद चुकी हैं। दोबारा चुनाव प्रचार शुरू करने से पहले उन्होंने गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर गुरु गोरक्षनाथ का आशीर्वाद लिया और इस दौरान उन्होंने रुद्राभिषेक भी किया।