अन्नदाता को ऐसे मिलेगा फसल की खेती के साथ पौधों की खेती का लाभ
-वन विभाग के माध्यम से होगा २ लाख से अधिक पौधों का रोपण-बारिश शुरू होते ही सागौन, कटहल आदि के उपलब्ध कराए जाएंगे किसानों को पौधे
Bonus to farmers distributed in Kisan Sammelan
नीमच. अन्नदाता को फसल उत्पादन के साथ साथ पेड़ों की खेती कर लाभ का धंधा बनाने के लिए इस बार करीब २ लाख पौधे उनकी पंसद अनुसार उपलब्ध कराए जाएंगे। ताकि वे फसल का उत्पादन लेने के साथ साथ पेड़ों से भी फल आदि का उत्पादन प्राप्त कर लाभ कमा सकें। इस योजना के तहत किसानों को पहले दो साल तक देखरेख के लिए ४० रुपए प्रति पौधे के मान से सहयोग राशि भी प्रदान की जाएगी। ताकि एक ओर पर्यावरण का विस्तार हो, तो दूसरी ओर किसान आर्थिक रूप से मजबूत बनें।
बतादें की वन विभाग द्वारा इस बार बारिश प्रारंभ होने पर करीब सवा दो लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इन पौधों को जिम्मेदार हाथों में ही सौंपा जाएगा, ताकि एक भी पौधा व्यर्थ न जाए, इस कारण राष्ट्रीय वन्यीकरण योजना के तहत १०-१० हजार पौधे रतनगढ़ और नीमच के वन क्षेत्र में रोपे जाएंगे। वहीं करीब दो लाख पौधे किसानों के माध्यम से रोपे जाएंगे।
कृषि वानिकी योजना के तहत मिलेेंगे किसानों को पसंद अनुसार पौधे
फसलों की खेती के साथ साथ पेड़ों की खेती करने को कृषि वानिकी कहते हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों की आय में बढ़ोतरी करना है। क्योंकि किसान दिन रात एक करके खेती तो करता ही है। लेकिन खेती के साथ साथ ही अगर वह खेत की मेड़ या चहुं ओर पौधे लगाकर उन्हें वृक्ष बनाए तो निश्चित ही वृक्षों से प्राप्त होने वाले उत्पादन का लाभ किसानों को मिलेगा। इसी के चलते वर्षा ऋतु में कृषि वानिकी के तहत किसानों को अलग अलग क्षेत्र में करीब २ लाख पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे।
इस प्रकार बनाएंगे क्षेत्र को हरा भरा
वन विभाग द्वारा जिले को हरा भरा बनाने के लिए अलग अलग क्षेत्र में अलग अलग संख्या में पौधे लगवाए जाएंगे। जिसके तहत किसानों को उनकी पसंद अनुसार पौधे दिए जाएंगे, ताकि किसान भी उन्हें बड़ा करने में रूचि रखे। किसान को सागौन, आंवला, कटहल, जामुन, संतरा, मुनगा आदि प्रकार के ऐसे पौधे दिए जाएंगे, जिन्हें एक बार बड़ा करने पर किसानों को साल दर साल लाभ मिलता रहेगा, साथ ही किसानों को दो साल तक उनकी देखरेख के लिए पहले साल २५ रुपए व दूसरे साल १५ रुपए दिए जाएंगे। ताकि वे उनकी सुरक्षा की व्यवस्था भी कर सके।
कृषि वानिकी के तहत क्षेत्र अनुसार लगेंगे पौधे
क्षेत्र पौधों की संख्या
नीमच २०,०००
जावद २४,६५०
रतनगढ़ ३६,२४०
मनासा ६६,२५०
रामपुरा ५२,८६०
वर्जन.
वर्षा ऋतु में किसानों को उनकी पसंद अनुसार पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे, उन्हें पौधे की सुरक्षा के लिए दो साल में ४० रुपए भी दिए जाएंगे। पौधे वृक्ष का रूप लेने पर पर्यावरण का विस्तार तो होगा ही साथ ही किसान वृक्षों से मिलने वाले उत्पादन का लाभ ले सकेंगे।
-एसके अटोदे, एसडीओ
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