प्यार की खातिर प्रेमी जोड़ों ने गांव तो क्या राज्य तक छोड़ा
उत्तर प्रदेश में दलित बिरादरी ने आखिरकार दो प्रेमी जोड़ों को शादी के बंधन में बंधने के बाद गांव छोड़ने के लिए मजबूर किया
मुजप्फरनगर। उत्तर प्रदेश में मुजप्फरनगर के मंसूरपुर क्षेत्र के सोन्टा गांव में एक बहुचर्चित मामले में दलित बिरादरी ने आखिरकार दो प्रेमी जोड़ों को शादी के बंधन में बंधने के बाद गांव छोड़ने के लिए मजबूर कर ही दिया। देर रात कड़ी सुरक्षा में दोनों प्रेमी जोडे को उत्तराखंड में उनकी इच्छा के अनुसार पुलिस छोड़ आई। गांव सोन्टा में बीते कई दिनों से दलित बिरादरी में काफी गहमा गहमी थी। वहां एक दलित परिवार की दो सगी बहनों ने अपने खानदान कुटुम्ब के ही भाई लगने वाले दो सगे भाईयों से गांव से फरार होकर शादी कर ली थी। इस मामले का जब दलित बिरादरी में खुलासा हुआ तो पंचायतों का दौर शुरू हो गया ।
पंचायतों में मामला निपटाने और प्रेमी जोड़े को सबक सिखाने के लिए क ई तरह के सामाजिक दबाव बनाने शुरू किए गए। इसी बीच दोनों लड़कियां व दोनों लड़के शनिवार को मंसूरपुर थाने में पहुंचे और उन्होंने कहा कि वह अब भाई बहन नहीं बल्कि पति-पत्नी की तरह रहेंगे क्योंकि उन्होंने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली है और अदालत में पंजीकरण भी करा लिया है। उन्होंनें इस बात के सुबूत जब पुलिस को दिखाए गए तो शनिवार देर शाम युवतियों को अपर मुख्य नयायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया।
लड़कियों ने साफ कहा कि वो बालिग है और अपनी इच्छा के अनुसार अपने खानदान के उन लड़कों के साथ पति के रूप में रहना चाहती है जो समाज की नजरों में अब तक उनके भाई थे। न्यायालय ने पुलिस को आदेश दिया कि उनकी इच्छा पर उन्हे सुरक्षा के साथ वहां भेजा जाए जहां वो रहना चाहती है।
लड़कियों ने कहा कि गांव में उन्हे अपने परिवार और समाज से जान का खतरा है और वो अब गांव से बाहर रहना चाहती है। इस पर देर रात पुलिस ने लड़कियों व दोनों लड़कों को उत्तराखंड प्रदेश में ले जाकर छोड़ दिया। लड़के वहीं रोजगार करते हैं।
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