पीडि़ता ने बताया कि बलात्कार के बाद रात को उसके पति घर पहुंचे तो उन्हें पूरी घटना बताई तथा जेठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की बात कही, लेकिन पति ने उसका साथ देने की बजाए चुप रहने को कहा तथा मारपीट भी की। इससे वह डर गई। 19 फरवरी को उसे मौका मिला तो वह भागकर अपने पीहर पहुंची तथा पीहर वालों को पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद पीहर वालों के साथ वह नागौर एसपी डॉ. गगनदीप सिंगला के पास पहुंची तथा अपनी दर्द भरी दास्तां सुनाते हुए न्याय की गुहार लगाई। एसपी सिंगला ने मामले की गंभीरता को देखते हुए श्रीबालाजी थानाधिकारी को मामला दर्ज कर निष्पक्ष जांच करने के आदेश दिए, जिस पर पुलिस ने 20 फरवरी को मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।