सीईओ ने मांगा जवाब
अलग-अलग स्थानों पर ग्रेवल सडक़ निर्माण, नाली निर्माण, डब्ल्यूबीएम सडक़ निर्माण, खेल मैदान में मिट्टी भराव कार्य, सीसी निर्माण कार्य, सीसी ब्लॉक खुर्रा निर्माण,रास्ता दुरुस्तीकरण व जल निकासी गे्रवल सडक़ निर्माण कार्य में अनियमितता की शिकायत पर दल ने जांच की। जांच के दौरान पाई गड़बड़ी की जांच कर तैयार की गई एसीईओ भार्गव की रिपोर्ट के आधार पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने 23 अगस्त 2018 को सरपंच पतासी देवी को नोटिस जारी कर 10 सितम्बर 2018 तक जवाब पेश करने के लिए कहा है। प्रारंभिक जांच में संस्था की सम्पत्ति का दुरुपयोग मानते हुए हानि की राशि वसूलने का नोटिस दिया गया है।
कार्मिकों को भी मिला नोटिस
ग्राम पंचायत में किए गए कार्यों के संबंध में मिली शिकायत के बाद में परिवादी, श्रमिकों व कार्मिकों के बयान, कार्यों का मौके पर भौतिक निरीक्षण, सेम्पल जांच, कार्य के माप की जांच आदि कार्य कर जांच दल ने रिपोर्ट तैयार की। रिपोर्ट में सरपंच के अलावा कनिष्ठ सहायक (कार्यवाहक विकास अधिकारी) नैनाराम, ग्राम विकास अधिकारी राधाकिशन, पंचायत समिति नागौर के कनिष्ठ तकनीकी सहायक कमल तंवर, संजय ख्यालिया को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। जांच दल ने कार्य के माप में अंतर के आधार पर अनियमितता में लिप्त पाए गए सरपंच व कार्मिकों से 2 लाख 24 हजार 14 रुपए वसूली राशि निकाली है।
अपूर्ण मिले थे रजिस्टर
जिला कलक्टर के निर्देश पर अप्रेल 2018 में प्रशिक्षु आईएएस डॉ. अमित यादव ने मनरेगा में चल रहे कार्यों के औचक निरीक्षण के दौरान रजिस्टर अपूर्ण पाए गए। ग्राम पंचायत में करवाए गए कार्यों का रजिस्टर में इन्द्राज नहीं किया गया था व रिकॉर्ड भी संधारित नहीं था। शिकायतकर्ताओं की मांग पर सदर पुलिस ने रायधनू निवासी जगमालराम समेत अन्य को पाबंद किया थाा। गौरतलब है कि शिवाजी कॉलोनी नागौर निवासी ओमप्रकाश डूकिया समेत रायधनू के अन्य ग्रामीणों की शिकायत पर जिला कलक्टर ने मामले की जांच केे आदेश दिए थे।