युवाओं ने पहली बाद देखा नदी में पानी
भावी पीढ़ी ने तो नदी में पानी की आवक पहली बार ही देखी क्योंकि इससे पहले 1994 में नदी में पानी की आवक हुई थी उसके बाद लूनी नदी की बदहाल स्थिति देखने को मिली लेकिन इस बार इंद्रदेव की मेहरबानी से प्रदेश भर में अच्छी बारिश होने के साथ लूनी नदी में पानी की आवक होने से किसानों के चेहरों की चमक दोगुनी हो गई। लोगों को उम्मीद है कि लूनी नदी में बजरी खनन से खोदे गए गड्ढों में पानी भर गया और नदी में पानी की आवक होने से वर्षो से बंद कुओं में फिर से पानी मिलने की उम्मीद जगी है। लगातार बारिश कम होने और नदी में पानी की आवक नहीं होने से क्षेत्र के आसपास गांव में जल स्तर तेजी से गिर गया जिससे लोगों के पीने के लिए पानी लाना भी मुश्किल हो गया हालात यह थे कि कुएं पर रहने वाले लोगों को भी टैंकर से पानी मंगवाना पड़ता था। लेकिन वर्षों बाद लोगों को नदी में पानी देखने को मिला किसानों को राहत मिली कि अब कुओं में जलस्तर बढ़ेगा। और खेती बाड़ी अच्छी होगी। पशुधन भी आराम से पाल सकेंगे। आलनियावास रपट से पानी आगे बढ़ रहा है। गड्डे गहरे होने के कारण पानी को आगे बढऩे में समय लग रहा है। नदी में पानी की आवक देख युवाओं ने नहाने का आनंद भी लिया।