महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। बुलढाणा में एक चुनावी सभा में सीएम शिंदे ने उद्धव ठाकरे के ‘नीच’ वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर पलटवार करते हुए शिंदे ने कहा, “एक आम मजदूर का सीएम बनना उन्हें हजम नहीं हो रहा है।”
चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा, “उन्होंने (उद्धव ठाकरे) कहा कि एकनाथ शिंदे ‘नीच’ हैं। आप मुझे नीच कहकर गाली देते हैं। अगर एक किसान का बेटा, एक आम मजदूर मुख्यमंत्री बन जाता है तो आपको अच्छा नहीं लगता है, आप इसे पचा नहीं पा रहे हैं।” सीएम शिंदे ने आगे कहा, “यह केवल मेरा अपमान नहीं है, यह सभी किसान पुत्रों का अपमान है, यह गरीबों की माताओं-बहनों का अपमान है, और जिस समाज से मैं आता हूं उस समाज का अपमान है।”
‘भड़काऊ भाषण से परहेज करें प्रत्याशी’
वहीं, चुनाव आयोग ने नेताओं को चुनाव प्रचार के दौरान विरोधियों के खिलाफ भड़काऊ बयान देने को लेकर सचेत किया है. जानकारी के मुताबिक, लातूर लोकसभा सीट के उम्मीदवारों से कहा गया है कि वे अपने विरोधियों के खिलाफ भड़काऊ भाषण न दें और व्यक्तिगत आलोचना से बचें। लातूर के चुनाव पर्यवेक्षक निरंजन कुमार ने मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट में उम्मीदवारों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने उम्मीदवारों से आदर्श आचार संहिता का पालन करने, पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए सहयोग करने की अपील की। उन्होंने बिना अनुमति के चुनाव-प्रचार नहीं करने का निर्देश दिया।
लातूर लोकसभा सीट पर 7 मई को होने वाले चुनाव में 28 प्रत्याशी मैदान में हैं। बीजेपी ने मौजूदा सांसद सुधाकर श्रंगारे को टिकट दिया है तो वहीं कांग्रेस ने शिवाजी कालगे को उम्मीदवार बनाया है। प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाली वंचित बहुजन अघाडी (वीबीए) ने नरसिंगराव उदगीरकर को लातूर के सियासी रण में उतारा है।
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों के लिए पांच चरणों में वोटिंग होगी। पांच संसदीय सीटों के लिए पहले चरण में 19 अप्रैल को वोट डाले गए। जबकि बाकी चार चरणों का मतदान 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को होगा। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।