ऐसे में चाहे मुरैना जिले में स्थिति भगवान शिव का ककनमठ मंदिर हो या डबरा में नदी के किनारे मौजूद भगवान शिव का वह मंदिर जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां आज भी रात में वह जिन्न आता है, जिसने इसका निर्माण किया था—कहा जाता है ये जिन्न मंदिर में आना जाना एक सुरंग से करता है। लेकिन आज हम मध्यप्रदेश के ही देवास जिले में स्थित एक ऐसे देवी मंदिर के बारे में बता रहे हैं, जिसके बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर के अपवित्र होने के बाद से ही यहां कुछ अजीब शक्तियों ने अपना घर बना लिया है।
दरअसल मध्य प्रदेश के देवास जिले में बने इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण एक राजा ने करवाया था, और इस निर्माण के बाद से राजघराने में हर दिन कोई ना कोई अशुभ घटना घटने लगी। परिवार में हर रोज झगड़े होने लगे। सभी में कलह-क्लेश इतना बढ़ा कि परिवार के लोग एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए।
कुछ इतिहासकारों के अनुसार राजकुमारी का कई सेनापति के बीच प्रेम संबंध है ऐसी भी खबरें फैली। ऐसी खबरों के बाद राजकुमारी को महल में बंधक बना लिया। क्योंकि राजा नहीं चाहता था कि राजकुमारी किसी सेनापति से प्यार करे।
कुछ महीनों के बाद राजकुमारी की मौत हो गई। इसके बारे में भी राज्य में अलग-अलग बातें कही गई। कुछ लोगों ने इसे आत्महत्या बताया तो वहीं कुछ लोगों ने हत्या बताया। राजकुमारी की मौत के बाद एक सेनापति ने भी आत्महत्या कर ली। सेनापति की मौत के बाद लोगों ने राजकुमारी से जुड़ी सभी खबरों को सच माना।
राज्य में हो रही इन बस घटनाओं के बाद राजपुरोहित ने राजा से मंदिर के बारे में कहा कि यह मंदिर अपवित्र हो चुका है, अब यहां पूजा-अर्चना करने का कोई मतलब नहीं है। वहीं राजपुरोहित ने मंदिर में लगी मूर्ति को हटाकर कहीं और लगाने की बात कही।
राजा ने राजपुरोहित की बात मानकर दुर्गा मां की मूर्ति को उज्जैन के दूसरे मंदिर में लगवाया। लेकिन राज्य में हो रही किसी भी घटना में कोई कमी नहीं आई। राजा के परिवार में हो रही घटनाओं में भी कमी नहीं आई। तब से लेकर आज तक मंदिर में अलग-अलग संदेहास्पद गतिविधियां होती रहती हैं। यहां के लोगों की माने तो कभी यहां शेर के दहाड़ने की अवाज सुनाई देती है तो कभी कोई ओर आवाज सुनाई देती है।
मंदिर के पास रहने वाले लोगों की माने तो शाम होने के बाद यहां कई आत्माएं आ जाती हैं। जिसके कारण सूरज डूबने के बाद यहां कोई नजर नहीं आता। इस मंदिर को कई बार तोड़ने की भी कोशिश की गई लेकिन कभी ऐसा हो ना सका। जिसने भी मंदिर को तोड़ने की कोशिश की उसके साथ अजीब घटनाएं घटी।