कमिश्नर कॉलोनी के पार्क में नवीन पंप से बस्ती में पाइप लाइन की क्षेत्र वृद्धि की जा रही थी। इसके लिए सडक़ को खोदकर पाइप लाइन डाली गई। जहां तक पाइप लाइन पहुंची, उसके मुंहाने पर जॉइंट लगा दिया जिससे व्यर्थ में पानी न बहे और बस्ती के अन्य लोगों के पानी की सप्लाई सुचारू हो सके। लेकिन पाइप लाइन पूरी नहीं डल सकी तो जहां तक काम हो सका, वहां पर जॉइंट लगाया लेकिन वह पानी के प्रेशर से टूट गया और पाइप लाइन के लिए खोदी सडक़ व गड्ढे में पानी भर गया। रहवासियों ने पानी की सप्लाई बंद करवाई और कहा कि पानी फैलना बंद करें, उसके बाद नगर निगम पंप से पानी की सप्लाई शुरू करे, इसलिए तीन दिन से वाटर पंप बंद है। इसी के चलते बस्ती में पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। कमिश्नर कॉलोनी के जी टाइप, आई टाइप, एफ टाइप सरकारी आवासों के अलावा दो तीन गली प्राइवेट बस्ती हैं, जहां पानी की सप्लाई तीन दिन से बंद हैं। रहवासियों ने इस समस्या को लेकर मौखिक रूप से नगर निगम में अधिकारियों से आमने सामने शिकायत की जा चुकी है लेकिन नगर निगम ने अभी तक कोई सुनवाई नहीं की है। यहां तक रहवासी स्थानीय पार्षद के रवैया से भी नाखुश हैं।
संजय शर्मा, पार्षद।
पाइप लाइन की क्षेत्र वृद्धि की जा रही है। इसके चलते कमिश्नर कॉलोनी में जहां तक पाइप लाइन डाली गई, वहां पर पानी सप्लाई बंद करने ज्वॉइंट लगाया था लेकिन ज्वॉइंट टूट जाने से पानी फैलने लगा तो रहवासियों ने पंप को बंद करवा दिया क्योंकि व्यर्थ में पानी फैल रहा था लेकिन पंप बंद रहने से कॉलोनी में जल संकट उत्पन्न हो गया है।
मुन्नालाल शर्मा, रहवासी
कमिश्नर कॉलोनी में तीन दिन से पाइप लाइन खुदी पड़ी है। पानी की सप्लाई बंद है। पाइप लाइन खुली होने से वाटर पंप नहीं चलाया जा रहा है क्योंकि पंप चालू करते ही खुली पड़ी पाइप लाइन से होकर पानी नाले व सडक़ में व्यर्थ बहेगा। इसलिए पानी की सप्लाई पंप से ही बंद हैं। नगर निगम ने गंभीरता दिखाई होती तो जल संकट पैदा नहीं होता।
संदीप शर्मा, रहवासी