इन मुद्दों पर रहा जोर
दरअसल, आसियान संगठन व्यापार, निवेश, समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद व परमाणु प्रसार जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा और प्रतिबंध लगाने के लिए बनाया गया है। मंगलवार को भारत ने आतंकवाद जैसे बड़े मुददे पर संगठन के देशों का विशेष सहयोग मांगा। आसियान 10 सदस्य देशों के इस संगठन में भारत, चीन, जापान, कोरियन रिपब्लिक ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमरीका और रूस शामिल हो रहे हैं। आसियान संगठन व्यापार, निवेश, समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद व परमाणु प्रसार जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा और प्रतिबंध लगाने के लिए बनाया गया है।
दरअसल, आसियान संगठन व्यापार, निवेश, समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद व परमाणु प्रसार जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा और प्रतिबंध लगाने के लिए बनाया गया है। मंगलवार को भारत ने आतंकवाद जैसे बड़े मुददे पर संगठन के देशों का विशेष सहयोग मांगा। आसियान 10 सदस्य देशों के इस संगठन में भारत, चीन, जापान, कोरियन रिपब्लिक ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमरीका और रूस शामिल हो रहे हैं। आसियान संगठन व्यापार, निवेश, समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद व परमाणु प्रसार जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा और प्रतिबंध लगाने के लिए बनाया गया है।
मजबूत हो रहा भारत-अमरीका का रिश्ता: पीएम मोदी
वहीं दूसरी ओर सोमवार को पीएम मोदी ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और अमरीका के बीच रिश्ते काफी पुराने और मजबूत हैं. दोनों देश एशिया और मानवता के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। इस दौरान मोदी आतंकवाद और उग्रवाद की बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिये एक वैश्विक दृष्टिकोण तय किए जाने की भारत की मांग दोहराने के साथ क्षेत्रीय व्यापार बढ़ाने के लिये कदम उठाने पर जोर दे सकते हैं।
वहीं दूसरी ओर सोमवार को पीएम मोदी ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और अमरीका के बीच रिश्ते काफी पुराने और मजबूत हैं. दोनों देश एशिया और मानवता के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। इस दौरान मोदी आतंकवाद और उग्रवाद की बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिये एक वैश्विक दृष्टिकोण तय किए जाने की भारत की मांग दोहराने के साथ क्षेत्रीय व्यापार बढ़ाने के लिये कदम उठाने पर जोर दे सकते हैं।